लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गड्ढा मुक्त सड़कों का दावा और वादा किया था. वहीं आज भी कई ऐसी सड़कें हैं, जो हादसों को निमंत्रण दे रही हैं. ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ को दो अन्य जिलों से जोड़ने वाली सीमाओं पर रियलिटी चेक के लिए पहुंची तो वहां पर देखा कि 3 जिलों को आपस में जोड़ने वाली मुख्य सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है.
यह मुख्य मार्ग राजधानी लखनऊ को नेशनल हाईवे-30 से रायबरेली और उन्नाव जिले को जोड़ता है, लेकिन आज भी यहां पर मुख्य सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि आज भी इस सड़क पर रोज हादसे होते हैं और कई लोग काल के गाल में समा गए हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन की नींद अब तक नहीं खुल पाई है.
समस्या को किया नजर अंदाज
स्थानीय लोगों से बात करने पर उनका कहना है कि इसकी शिकायत कई बार सोशल मीडिया से लेकर के हर एक प्लेटफॉर्म पर सरकारी अधिकारियों से की गई, लेकिन आज तक उन्होंने इस समस्या को नजरअंदाज ही किया है.
सड़कों की सुध लेने नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
मुख्य मार्ग से लोग आते जाते रहते हैं और आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं, लेकिन आज तक कोई भी स्थानीय प्रशासन का व्यक्ति इसके सुध लेने नहीं पहुंचा.
समस्याओं को किया जा रहा अनदेखा
लोगों का कहना है कि इस सड़क से हर एक स्थानीय निवासी के साथ-साथ विधायक और अन्य अधिकारी भी जाते हैं, लेकिन अपनी आंखें बंद करके रखते हैं और उनको सड़क की समस्याओं को देखने का समय नहीं मिल पाता है.
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खानापूर्ति करते हैं ठेकेदार
ठेकेदारों की बात की जाए तो वह सिर्फ खानापूर्ति ही करते हैं. जानकारी के अनुसार सड़क बनने के बाद इसके निरीक्षण के लिए कोई भी अधिकारी आज तक नहीं आया है. यह सड़क एक साल पहले ही बनाई गई थी, जो पूरी तरह से जर्जर हो गई है.