लखनऊ : सड़क पर घूमने वाले बेसहारा पशु राहगीरों के लिए मुसीबत बन गए हैं. बेसहारा पशु अमूमन चौराहों पर बैठे रहते है या यातायात के बीच घूमते रहते हैं. इससे यातायात बाधित होने के साथ कई बार गंभीर दुर्घटनाएं हो जाती हैं. अव्वल तो राजधानी विभिन्न सड़कों पर बेसहारा पशु दिख जाते हैं, लेकिन इन दिनों लखनऊ हरदोई राजमार्ग के मलिहाबाद क्षेत्र में बेसहारा पशुओं की भरमार है. बेसहारा पशुओं का झुंड सड़क के बीचोबीच देखा जा सकता है.
लखनऊ हरदोई मुख्य राजमार्ग (Lucknow Hardoi Main Highway) पर बेसहारा पशुओं का झुंड सड़क पर चल रहे यातायात में बाधक बनने के साथ ही फसलों को भी खूब नुकसान पहुंचा जा रहा है. बेसहारा पशुओं को रेल पटरियों, बाजारों और गली मोहल्लों में भी घूमते देखा जा सकता है. क्षेत्र में बीते एक साल में करीब एक दर्जन से अधिक लोग इन बेसहारा पशुओं की चपेट में आकर चोटिल हो चुके हैं.
बेसहारा पशुओं की चपेट में अक्सर दो पहिया वाहन चालक आते हैं. ऐसे ही एक हादसे में तिरगवां निवासी जौवाद अहमद की जान चली गई थी. इसके बावजूद जिम्मेदार अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. ग्रामीण कई बार पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) से आवारा पशुओं को पकड़वाकर गोशाला में भेजने की मांग कर चुके हैं, लेकिन शिकायत का कोई भी असर नहीं हुआ.
उपजिलाधिकारी मालिहाबाद प्रज्ञा पांडेय (Deputy Collector Malihabad Pragya Pandey) ने बताया कि बेसहारा पशुओं के बाबत कई बार शिकायतें आ चुकी है. लखनऊ हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग, ग्रामीण क्षेत्रों और कस्बे के अंदर छुट्टा जानवर घूम रहे हैं. इनको जल्द पकड़वा कर गौशालाओं में भेजने का आदेश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है. जल्द इन बेसहारा पशुओं से लोगों को निजात मिल जाएगी.
यह भी पढ़ें : निकाय चुनाव की तैयारियों की अखिलेश यादव ने की समीक्षा, निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग