लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं ने बताया कि आरएलडी के नेतृत्व में 28 दिसम्बर 2022 से लगातार किसान संदेश अभियान चलाकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को किसान सन्देश भेजकर जगाने का प्रयास कर रहे हैं. प्रदेश के राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ता और किसान अब प्रदेश सरकार की हठधर्मिता से आजिज आकर अब 31 जनवरी को "मैं निशब्द हूं" संदेश बड़ी संख्या में सरकार को भेजेंगे.
राष्ट्रीय लोकदल के प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर ने कहा है कि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयन्त चौधरी के आह्वान पर प्रदेश में पेराई सत्र 2022-23 के लिए गन्ना मूल्य घोषित करने, आवारा पशुओं की समस्या का समाधान करने और गन्ने का भुगतान करने की मांग को लेकर किसान सन्देश अभियान चलाया जा रहा है. इन मांगों को पूरा करने की मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री से की जा रही है. उनका कहना है कि रालोद के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह के निर्देशन में चल रहे प्रदेशव्यापी अभियान में अब तक किसान और रालोद कार्यकर्ता डेढ़ लाख से अधिक किसान संदेश पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेज चुके हैं, लेकिन कुंभकरण की नींद में सो रहे प्रदेश के मुखिया पर कोई असर नहीं पड़ा है.
प्रदेश सरकार की हठधर्मिता और किसान विरोधी नीतियों से आजिज आकर राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ता और किसान अब 31 जनवरी को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर तीन सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेंगे. "मैं निशब्द हूं" संदेश भेजकर प्रदेश के मुखिया से मांगें माने जाने की अपील करेंगे. राष्ट्रीय लोकदल प्रवक्ता कप्तान सिंह चाहर ने कहा है कि अगर पांच फरवरी तक किसानों की तीनों मांगों को पूरा नहीं किया गया तो राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ता और किसान आगामी सात फरवरी को जिला मुख्यालयों पर प्रदेशव्यापी प्रदर्शन करेंगे.
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