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हिंदी दिवस विशेष: हेलो-हाय की दुनिया में 'नमस्ते' बोलना सीखा रहे रिजवान

भारत में जहां अधिकतर लोग अंग्रेजी समेत दूसरी भाषाएं सीखने के लिए दिनोंरात लगे हुए हैं, वहीं यूपी के लखनऊ के रहने वाले रिजवान ने अपनी मातृभाषा से 86 देशों के लोगों को हिंदी सिखाने के साथ ही अपना रोजगार भी ढूंढ लिया है.

हिंदी सिखाने के साथ ढूंढा अपना रोजगार.
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Published : Sep 14, 2019, 1:05 PM IST

Updated : Sep 14, 2019, 1:49 PM IST

लखनऊ: यूं तो लाखों लोग रोजगार ढूंढने के लिए जाते हैं तो तमाम जगहों पर अंग्रेजी की रिक्वायरमेंट मांग ली जाती है, लेकिन हिंदी से कैसे रोजगार बनाया जा सकता है, इसका जीता जागता उदाहरण हैं. राजधानी लखनऊ के रिजवान. रिजवान हेलो-हाय की दुनिया में अपने देश से लेकर विदेशों तक हिंदी बोलना सिखा रहे हैं.

हिंदी सिखाने के साथ ढूंढा अपना रोजगार.

86 देशों को रिजवान सिखा रहे हिंदी

  • लखनऊ के रिजवान 86 देशों के नागरिकों को हिंदी बोलना सिखा रहे हैं.
  • रिजवान ने यूट्यूब पर 'आवर लैंग्वेज स्कूल' नाम से चैनल बनाया है, जिसके जरिए सबको हिंदी सिखाते हैं.

हिंदी सीखने का 'ऑवर लैंग्वेज स्कूल'
रिजवान बताते हैं कि हिंदी सिखाने के लिए उन्हें पहले उन देशों की भाषा सीखनी होती है, जिन देशों के लोगों को वे हिंदी सिखा रहे हैं. दरअसल, उन्होंने यूट्यूब पर अपना 'ऑवर लैंग्वेज स्कूल' नाम से चैनल बनाया है, जहां पर लोग उनसे जुड़ते हैं और हिंदी सीखते हैं.

देश-विदेश के लोग आते हैं हिंदी सीखने
देश-विदेश के लोग रिजवान के घर आते हैं, उनसे मिलते हैं और उन्हें रिजवान अपनी मातृभाषा हिंदी के बारे में सिखाते हैं, पढ़ाते हैं और समझाते भी हैं. इससे उन्होंने खुद का रोजगार भी ढूंढ लिया है और अपनी मातृभाषा की सेवा भी कर रहे हैं.

लखनऊ: यूं तो लाखों लोग रोजगार ढूंढने के लिए जाते हैं तो तमाम जगहों पर अंग्रेजी की रिक्वायरमेंट मांग ली जाती है, लेकिन हिंदी से कैसे रोजगार बनाया जा सकता है, इसका जीता जागता उदाहरण हैं. राजधानी लखनऊ के रिजवान. रिजवान हेलो-हाय की दुनिया में अपने देश से लेकर विदेशों तक हिंदी बोलना सिखा रहे हैं.

हिंदी सिखाने के साथ ढूंढा अपना रोजगार.

86 देशों को रिजवान सिखा रहे हिंदी

  • लखनऊ के रिजवान 86 देशों के नागरिकों को हिंदी बोलना सिखा रहे हैं.
  • रिजवान ने यूट्यूब पर 'आवर लैंग्वेज स्कूल' नाम से चैनल बनाया है, जिसके जरिए सबको हिंदी सिखाते हैं.

हिंदी सीखने का 'ऑवर लैंग्वेज स्कूल'
रिजवान बताते हैं कि हिंदी सिखाने के लिए उन्हें पहले उन देशों की भाषा सीखनी होती है, जिन देशों के लोगों को वे हिंदी सिखा रहे हैं. दरअसल, उन्होंने यूट्यूब पर अपना 'ऑवर लैंग्वेज स्कूल' नाम से चैनल बनाया है, जहां पर लोग उनसे जुड़ते हैं और हिंदी सीखते हैं.

देश-विदेश के लोग आते हैं हिंदी सीखने
देश-विदेश के लोग रिजवान के घर आते हैं, उनसे मिलते हैं और उन्हें रिजवान अपनी मातृभाषा हिंदी के बारे में सिखाते हैं, पढ़ाते हैं और समझाते भी हैं. इससे उन्होंने खुद का रोजगार भी ढूंढ लिया है और अपनी मातृभाषा की सेवा भी कर रहे हैं.

Intro:यूं तो एवं रोजगार ढूंढने जाते हैं तो तमाम जगहों पर अंग्रेजी की रिक्वायरमेंट मांग ली जाती है।लेकिन हिंदी से कैसे रोजगार बनाया जा सकता है। इसका जीता जागता है उदाहरण है राजधानी लखनऊ के रिज़वान है। रिज़वान हेलो हाय की दुनिया में अपने देश से लेकर के विदेश तक लोगों को नमस्ते बोलना सिखा रहे हैं।आपने इस काम के जरिए 86 देशों के नागरिकों को हिंदी बोलना सिखा रहे हैं।हिंदी बोलने के लिए उन्हें पहले उन देशों की भाषा सीखनी होती है। फिर उन्हें हिंदी सिखाने का काम करते है। दरअसल उन्होंने अपना यू ट्यूब पर अपना "our language school" नाम से चैनल बना रखा है।जहां पर लोग उनसे जुड़ते हैं और उसके बाद यह सिलसिला शुरू हो जाता है। देश विदेश के लोग उनके घर आते हैं, उनसे मिलते हैं और उन्हें रिज़वान अपनी मातृभाषा हिंदी के बारे में सिखाते हैं पढ़ाते हैं और समझाते भी हैं। जिसके साथ उन्होंने खुद को रोजगार भी दे दिया और अपनी मातृभाषा की सेवा भी कर रहे हैं।




Body:टिक टैक- रिज़वान के साथ।






Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
7054605976
Last Updated : Sep 14, 2019, 1:49 PM IST
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