लखनऊ: विजिलेंस की टीम ने कार्रवाई करते हुए रिटायर्ड उपायुक्त, आबकारी भारत रत्न अशोक और उनकी पत्नी सुधा रानी को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों को प्रयागराज के कर्नलगंज थाना क्षेत्र स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है.
24 जून 2019 में मिर्जापुर के सदर कोतवाली में भारत रत्न अशोक श्रीवास्तव, उनकी पत्नी के साथ कई अन्य पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी. एफआईआर में कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर शराब की दुकान अपने परिजनों को आवंटित किए जाने के आरोप लगाए गए थे. एफआईआर दर्ज होने के बाद लगाए गए आरोपों की जांच विजिलेंस कर रही थी. विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए रिटायर्ड उपायुक्त आबकारी भारत रत्न अशोक व उनकी पत्नी को गिरफ्तार किया है.
भारत रत्न अशोक वाराणसी मंडल में मंडल आबकारी उपायुक्त के पद पर तैनात रहे हैं. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, शासन से अनुमति मिलने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है. थाना कोतवाली सदर मिर्जापुर में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, कूट रचित दस्तावेज, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. लंबे समय से तात्कालिक आबकारी उपायुक्त भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच चल रही थी, जिसके तहत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
बिजली विभाग के दो अधिकारियों पर भी हुई कार्रवाई
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, विजिलेंस ने बिजली विभाग के दो कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की है. आरोपी राकेश कुमार गुप्ता, अधीक्षण अभियंता दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम और सफातउल्लाह खान क्लर्क विद्युत वितरण खंड केस्को कानपुर के खिलाफ शिकायत मिली थी. दोनों कर्मचारी फर्जी तरह से बिजली बिल तैयार कर विभाग को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिस क्रम में जांच प्रचलित थी. कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी राकेश कुमार गुप्ता और सफात उल्लाह खान को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने की कार्यवाही की जा रही है.