लखनऊ: राजधानी में लॉकडाउन के चलते बंद किए गए धार्मिक स्थल अब खोले जाएंगे. अनलॉक-1 में सरकार ने मंदिरों को खोलने का फैसला लिया है. साथ ही मंदिर-मस्जिद में आने वालों के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है. सरकार के अनुसार धार्मिक स्थल में प्रवेश करने वाले लोगों को मुंह पर मास्क लगाने के साथ-साथ हाथों को सैनिटाइज करना भी अनिवार्य होगा. वहीं मंदिर, मस्जिद और दरगाहों के साथ सभी अन्य धार्मिक स्थानों पर साफ सफाई के साथ सैनिटाइजेशन के लिए व्यवस्थाएं पूरी की जा रही हैं.
पांच लोगों को प्रवेश की मिलेगी अनुमति
सरकार की गाइडलाइन के तहत एक बार में सिर्फ पांच लोगों को ही धार्मिक स्थलों पर प्रवेश की अनुमति मिलेगी. संक्रमण से बचने के लिए पूजा-पाठ और नमाज अदा करने के समय में बदलाव किए गए हैं. इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की जामा मस्जिद में 8 जून से नमाजियों के लिए मस्जिद खोलने से पहले कई तरह की तैयारियां की गई हैं. मस्जिद से पुराने कार्पेट और चटाइयों को हटाया जा रहा है, तो वहीं दरवाजे पर हर नमाजी के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है.
मंदिर परिसरों को किया जा रहा सैनिटाइज
मंदिर परिसरों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है, इसके साथ ही साफ-सफाई की जा रही है. वहीं मंदिर की दीवारों और अन्य जगहों पर सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है. मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था की जा रही है. मंदिर में मूर्तियों को स्पर्श और प्रसाद चढ़ाने की इजाजत नहीं दी गई है.
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बुजुर्गों और बच्चों को घर पर रहकर नमाज और इबादत करने की सलाह दी है. वहीं मस्जिद में आने वाले नमाजियों को घर से ही वजू कर के आने की अपील की है.
शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने जनता से अपील की है कि तमाम सावधानियां बरती जाए और सरकार के आदेशों पर अमल किया जाए. मौलाना ने इमामबाड़े, दरगाह और कर्बला में आने वाले अकीदतमंदों से अपील की है कि वह सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें और सिर्फ पांच लोग ही एक बार में प्रवेश करें.