बेंगलुरु: कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार ने कहा कि भाजपा के एक वरिष्ठ विधायक के इस दावे के मद्देनजर कानूनी विकल्प तलाशे जाएंगे कि उनकी पार्टी के एक नेता ने कांग्रेस सरकार को गिराने और मुख्यमंत्री बनने के लिए बड़ी राशि अलग रखी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी एमएलए बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कहा था कि, उनकी पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व और विधायक इस तरह के किसी भी अभियान और खरीद-फरोख्त के खिलाफ है. उन्होंने कहा था कि सरकार अपने आप गिर जाएगी. उन्होंने उस नेता का नाम नहीं बताया, जिसने कथित तौर पर सरकार गिराने और सीएम बनने के लिए 1,200 करोड़ रुपये अलग रखे थे.
सोमवार को सदाशिवनगर में गृह मंत्री जी परमेश्वर से मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि, बीजेपी विधायक बसन गौड़ा पाटिल यतनाल के इस आरोप का जवाब दिया कि, किसी ने कांग्रेस सरकार गिराने के लिए एक हजार करोड़ रुपये तैयार कर रखे हैं.
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि, उन्होंने आज इस बारे में कांग्रेस की कानूनी टीम की बैठक बुलाई है और इसके बारे में पार्टी आलाकमान को जानकारी दी गई है. उन्होंने कहा कि, यह ऐसा मामला है जो आयकर विभाग की जांच के दायरे में आता है.
केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी के इस आरोप पर कि एडीजीपी चंद्रशेखर ने केपीसीसी कार्यालय में पत्र तैयार किया, उन्होंने कहा, "मोदी ने कुमारस्वामी को अच्छा मंत्री पद दिया है. उन्होंने कहा कि, उनके कार्यकाल में राज्य में कुछ अच्छा होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि, उनके 136 विधायक एकजुट हैं.
आर अशोक की प्रतिक्रिया
वहीं विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा कि, "बसनागौड़ा पाटिल यतनाल के 1000 करोड़ के आरोप के बारे में उन्हें उचित जानकारी नहीं है.... मुझे नहीं पता कि उन्होंने डीके शिवकुमार के बारे में कहा या नहीं."
आर अशोक ने कहा कि,सरकार यतनाल के आरोपों की जांच कर सकती हैं. यतनाल डीके शिवकुमार के बारे में बात करते हैं। हो सकता है कि उन्होंने जानबूझकर ऐसा कहा हो... लेकिन हमारी पार्टी में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है.
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