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योग दिवस पर लखनऊ जेल के कैदियों का रियलिटी चेक

21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' पर ईटीवी भारत ने लखनऊ जेल कारागार के कैदियों का रियलिटी चेक किया. इस दौरान पता चला कि कैसे कैदी कोरोना काल में योग से खुद को सुरक्षित रख रहे हैं.

जेल में योग करते कैदी.
जेल में योग करते कैदी.
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Published : Jun 21, 2020, 7:43 PM IST

Updated : Jun 21, 2020, 7:57 PM IST

लखनऊ: योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है. इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. आज देश में छठा इंटरनेशनल योगा दिवस मनाया गया. इस दौरान जगह-जगह योग के सेशन कराए गए, जिससे लोग अपने आपको स्वस्थ रख सकें. योग दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने राजधानी लखनऊ में जेल का रियलिटी चेक किया और जाना कि कैसे जेल में कैदियों को योगा कराया जा रहा है.

जानकारी देते कैदी.

जेल में योग प्रशिक्षण की सुविधा
लखनऊ जेल में बंद कैदियों ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से बीमार और जरूरतमंद कैदियों के लिए योग प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है. कैदियों ने बताया कि वे निरंतर योगा करते हैं, जिससे उनका शरीर स्वस्थ और निरोगी बना रहे. उन्होंने बताया कि योग से उनकी कई गंभीर बीमारियां ठीक हो चुकी हैं. योग करने से मन एकाग्र रहता है. वहीं इम्यूनिटी सिस्टम में भी बढ़ोतरी होती है. जो कि कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए काफी फायदेमंद है.

कोरोना काल में योग का सहारा
कोरोना संक्रमण के दौर में जेल प्रशासन की तरफ से कैदियों को योग कराया जा रहा है, जिससे उनका शरीर स्वस्थ और निरोगी बना रहे और कोरोना संक्रमण से लड़ा जा सके. कैदियों ने बताया कि योग करने से उनका तनाव काफी कम हो जाता है. जेल में कैदी ज्यादातर डिप्रेशन का शिकार होते है. इस दौरान योग डिप्रेशन को कम करने में काफी मदद करता है.

योग का फायदा दोगुना
लखनऊ जेल में बंद कैदी अरविंद दुबे ने बताया कि उन्हें लीवर की समस्या रहती थी, जिससे वह काफी परेशान रहते थे. तमाम तरह की दवाइयों का उपयोग करने के बाद भी उन्हें आराम नहीं मिल रहा था. इस बीच उन्होंने योग प्रशिक्षण लेना शुरू किया और देखते ही देखते उनकी लीवर की समस्या कम होने लगी. कैदी अरविंद दुबे ने बताया कि अगर नियमित और सही तरीके से योग किया जाए, तो इसका फायदा दोगुना होता है.

योग मस्त, रोग पस्त
जेलर अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पहले ही जेल में योग की व्यवस्था की गई थी. कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते कैदियों को निरोगी रखने के लिए प्रतिदिन योग प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे उनका शरीर स्वस्थ्य और निरोगी बना रहे. योग का सबसे ज्यादा फायदा डिप्रेशन दूर करने में होता है. जेल में कैदियों को अलोम-विलोम के साथ मंडूकासन, कपालभाती, पवनमुक्तासन, जामशीद आसन का योगाभ्यास कराया जाता है.

इसे भी पढ़ें- यूपी में कोरोना के 592 नए मामले, आंकड़ा पहुंचा 17,135

लखनऊ: योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है. इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. आज देश में छठा इंटरनेशनल योगा दिवस मनाया गया. इस दौरान जगह-जगह योग के सेशन कराए गए, जिससे लोग अपने आपको स्वस्थ रख सकें. योग दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने राजधानी लखनऊ में जेल का रियलिटी चेक किया और जाना कि कैसे जेल में कैदियों को योगा कराया जा रहा है.

जानकारी देते कैदी.

जेल में योग प्रशिक्षण की सुविधा
लखनऊ जेल में बंद कैदियों ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से बीमार और जरूरतमंद कैदियों के लिए योग प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है. कैदियों ने बताया कि वे निरंतर योगा करते हैं, जिससे उनका शरीर स्वस्थ और निरोगी बना रहे. उन्होंने बताया कि योग से उनकी कई गंभीर बीमारियां ठीक हो चुकी हैं. योग करने से मन एकाग्र रहता है. वहीं इम्यूनिटी सिस्टम में भी बढ़ोतरी होती है. जो कि कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए काफी फायदेमंद है.

कोरोना काल में योग का सहारा
कोरोना संक्रमण के दौर में जेल प्रशासन की तरफ से कैदियों को योग कराया जा रहा है, जिससे उनका शरीर स्वस्थ और निरोगी बना रहे और कोरोना संक्रमण से लड़ा जा सके. कैदियों ने बताया कि योग करने से उनका तनाव काफी कम हो जाता है. जेल में कैदी ज्यादातर डिप्रेशन का शिकार होते है. इस दौरान योग डिप्रेशन को कम करने में काफी मदद करता है.

योग का फायदा दोगुना
लखनऊ जेल में बंद कैदी अरविंद दुबे ने बताया कि उन्हें लीवर की समस्या रहती थी, जिससे वह काफी परेशान रहते थे. तमाम तरह की दवाइयों का उपयोग करने के बाद भी उन्हें आराम नहीं मिल रहा था. इस बीच उन्होंने योग प्रशिक्षण लेना शुरू किया और देखते ही देखते उनकी लीवर की समस्या कम होने लगी. कैदी अरविंद दुबे ने बताया कि अगर नियमित और सही तरीके से योग किया जाए, तो इसका फायदा दोगुना होता है.

योग मस्त, रोग पस्त
जेलर अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पहले ही जेल में योग की व्यवस्था की गई थी. कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते कैदियों को निरोगी रखने के लिए प्रतिदिन योग प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे उनका शरीर स्वस्थ्य और निरोगी बना रहे. योग का सबसे ज्यादा फायदा डिप्रेशन दूर करने में होता है. जेल में कैदियों को अलोम-विलोम के साथ मंडूकासन, कपालभाती, पवनमुक्तासन, जामशीद आसन का योगाभ्यास कराया जाता है.

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Last Updated : Jun 21, 2020, 7:57 PM IST
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