लखनऊ: राजधानी लखनऊ में योगी आदित्यनाथ सरकार के द्वारा बड़ा मेगा शो किया जा रहा है, जिसका नाम ग्राउंडब्रेकिंग सेरेमनी दो का नाम दिया गया है. इसमें हजारों करोड़ रुपये का निवेश देश के बड़े उद्योगपतियों के द्वारा किए जाने के दावे किए जा रहे हैं. इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन को लेकर राजधानी बड़े-बड़े होर्डिंग कटआउट से पाट दिए गए हैं, लेकिन इनमें स्थानीय सांसद और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फोटो किसी भी होर्डिंग पर नहीं लगाई गई है. इसे लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं.
...क्या राजनाथ सिंह को नजर अंदाज किया गया
- इन्वेस्टर्स समिट में हिस्सा लेने देश भर के तमाम बड़े उद्योगपति लखनऊ आ रहे हैं.
- एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान तक व शहर के तमाम महत्वपूर्ण चौराहों और अन्य सड़कों पर होर्डिंग, कटआउट और एलईडी लाइट्स लगाई गई हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य कुछ प्रमुख लोगों के फोटो लगाए गए हैं.
- चौंकाने वाली बात यह है कि इसमें रक्षा मंत्री और स्थानीय सांसद राजनाथ सिंह का एक भी फोटो कहीं नजर नहीं आता.
- जानकार बताते हैं कि प्रोटोकॉल के अनुसार, स्थानीय सांसद को होर्डिंग में जरूर प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए.
- भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता इसको लेकर तमाम तरह की चर्चाएं भी करते हुए देखे गए.
- यूपी बीजेपी मुख्यालय पर भी इसको लेकर तमाम तरह की चर्चाएं और कयास लगाए जाते रहे.
कई नेताओं ने कहा कि अब राजनाथ सिंह का युग समाप्त हो रहा है. ऐसे में अब उनके फोटो की क्या जरूरत और वह खुद इस कार्यक्रम में नहीं आ रहे हैं तो फोटो क्यों लगे. कई लोग यह भी कहते दिखे कि भले ही वह कार्यक्रम में नहीं आ रहे हैं, लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार उनके कुछ फोटो तो लगा ही सकती थी.
वह न सिर्फ स्थानीय सांसद हैं बल्कि देश के रक्षा मंत्री भी हैं और इन्वेस्टर्स समिट में डिफेंस कॉरिडोर बड़ा विषय है. ऐसे में राजनाथ सिंह को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इस पूरे घटनाक्रम पर भाजपा प्रदेश कमेटी या केंद्र सरकार कुछ भी बोलने से बच रही है.