लखनऊ: जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुंडा प्रतापगढ़ से विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया गुरुवार सुबह सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे. उनके अचानक वहां पहुंचने की सूचनाओं से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई. विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर इस मुलाकात को लेकर कई कयास लगाए जाने लगे हैं. यह मुलाकात करीब 15 मिनट की रही.
सपा मुखिया से मिलकर लौटे राजा भैया ने अपनी इस मुलाकात को शिष्टाचार बैठक बताया है. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि वह हमेशा से ही नेता जी के कार्य की करीब रहे हैं. कोरोना वायरस और उसकी बात की स्थितियों के चलते मिले लंबा समय हो गया था. उनकी नेता जी से मुलाकात ही नहीं हो पाई थी. वह हर साल नेता जी के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने और उनका आशीर्वाद लेने पहुंचते रहे हैं. इस बार नहीं आ पाए. इसलिए आज मिलने आए. यह सिर्फ एक शिष्टाचार बैठक मुलाकात थी. गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में राजा भैया ने कहा कि इस पर आगे बात करेंगे.
नेताजी से रही हैं नजदीकियां
राजा भैया की गिनती उत्तर प्रदेश में कद्दावर नेताओं में होती है. वह शुरुआत से ही सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के काफी करीबी रहे हैं. 2002 में मायावती सरकार में उन्हें POTA में जेल जाना पड़ गया था. कहा जाता है कि 2003 में समाजवादी पार्टी के सरकार आने पर और मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री बनने पर 25 मिनट के भीतर उन पर लगे सभी आरोपों को वापस ले लिया गया था.
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2005 में मुलायम कैबिनेट में उन्हें जगह मिली थी. साथ ही, जेड प्लस सिक्योरिटी भी दी गई. अखिलेश सरकार में वर्ष 2012 से 14 के बीच भी उन्हें मंत्री पद मिला था. कहा जाता है कि अखिलेश और उनके बीच खटास के कारण संबंधों में कुछ दूरी है. वर्ष 2018 में उन्होंने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक नाम से एक नए राजनीतिक संगठन की शुरुआत की थी.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से कल आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह मिलने पहुंचे थे. दोनों नेताओं के बीच विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर बातचीत हुई थी. वहीं आज राजा भैया सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे. इससे सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है.
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