ETV Bharat / state

लखनऊः केजीएमयू अस्पताल में अब तक नहीं शुरू हुआ रैन बसेरा

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में तीमारदारों के लिए रहने के लिए बना रैन बसेरा आज भी बंद पड़ा हुआ है. वहीं अस्पताल के सीएमएस का कहना है कि जल्द ही कार्य पूरा कर तीमारदारों को रैन बसेरे की सुविधा दी जाएगी.

बाहर बने पुराने रैन बसेरे में रहने को मजबूर है तीमारदार
author img

By

Published : Jul 11, 2019, 7:29 PM IST

लखनऊः राजधानी के केजीएमयू अस्पताल में पिछले दिनों तत्कालीन गृह मंत्री और सांसद राजनाथ सिंह द्वारा गरीब मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए रहने के लिए समुचित व्यवस्था की गई थी. उनके द्वारा केजीएमयू में मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को बेहतर सेवाएं देने के लिए रैन बसेरे की सुविधा उपलब्ध कराये जान की बात कही गई थी. जिससे मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.

बाहर बने पुराने रैन बसेरे में रहने को मजबूर हैं तीमारदार.

क्या है पूरा मामलाः

  • केजीएमयू में तीमारदारों के लिए रहने के लिए सरकार के द्वारा सेवाओं के तमाम दावे किये जाते हैं.
  • तीमारदारों को बेहतर सेवाएं देने के लिए रैन बसेरा का निर्माण कराया गया था, जिसका उद्घाटन भी करा दिया गया था.
  • लेकिन अभी तक इस नए रैन बसेरा की सुविधाएं तीमारदारों को नहीं मिल पा रही हैं.
  • ट्रामा सेंटर के बाहर बने पुराने रैन बसेरे के हालात बद से बदतर हैं, जिसमे तीमारदार रहने को मजबूर हैं.
  • पुराने रैन बसेरे में तीमारदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

अभी कुछ कार्य बाकी है, उनको पूरा कर जल्द ही व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया जाएगा. जिससे मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को दिक्कत न हो.
-डॉ एस एन शंखवार, सीएमएस, केजीएमयू

लखनऊः राजधानी के केजीएमयू अस्पताल में पिछले दिनों तत्कालीन गृह मंत्री और सांसद राजनाथ सिंह द्वारा गरीब मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए रहने के लिए समुचित व्यवस्था की गई थी. उनके द्वारा केजीएमयू में मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को बेहतर सेवाएं देने के लिए रैन बसेरे की सुविधा उपलब्ध कराये जान की बात कही गई थी. जिससे मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.

बाहर बने पुराने रैन बसेरे में रहने को मजबूर हैं तीमारदार.

क्या है पूरा मामलाः

  • केजीएमयू में तीमारदारों के लिए रहने के लिए सरकार के द्वारा सेवाओं के तमाम दावे किये जाते हैं.
  • तीमारदारों को बेहतर सेवाएं देने के लिए रैन बसेरा का निर्माण कराया गया था, जिसका उद्घाटन भी करा दिया गया था.
  • लेकिन अभी तक इस नए रैन बसेरा की सुविधाएं तीमारदारों को नहीं मिल पा रही हैं.
  • ट्रामा सेंटर के बाहर बने पुराने रैन बसेरे के हालात बद से बदतर हैं, जिसमे तीमारदार रहने को मजबूर हैं.
  • पुराने रैन बसेरे में तीमारदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

अभी कुछ कार्य बाकी है, उनको पूरा कर जल्द ही व्यवस्था को दुरुस्त कर लिया जाएगा. जिससे मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को दिक्कत न हो.
-डॉ एस एन शंखवार, सीएमएस, केजीएमयू

Intro:एंकर - राजधानी लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में पिछले दिनों यहां पर तत्कालीन गृह मंत्री और सांसद राजनाथ सिंह द्वारा केजीएमयू में गरीब मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए रहने के लिए समुचित व्यवस्था की गई थी। इसके लिए यहां पर केजीएमयू में रैन बसेरे का निर्माण कराया गया था। जिससे मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। लेकिन यह रैन बसेरा अभी भी बंद पड़ा हुआ है।


Body:वी ओ -यूँ तो तमाम सेवाओं का दावे और वादे किए जाते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग अभी भी सुधरने का नाम नहीं ले रहा। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि केजीएमयू में पिछले दिनों तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह व राजधानी लखनऊ के सांसद भी है। उनके द्वारा केजीएमयू में मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को बेहतर सेवाएं देने के लिए एक बेहतर कदम उठाए गया था। जिसके तहत मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े उसके लिए केजीएमयू के अंदर ही शताब्दी के पास रेन बसेरे का निर्माण कराया गया। उसका उद्घाटन भी करा दिया गया। लेकिन हालात जस के तस बने हुए।

ऐसा इसलिए क्योंकि जब मौके पर पहुंचे तो ट्रामा सेंटर के बाहर बने पुराने रैन बसेरे के हालात तो बद से बदतर है। इस चिलचिलाती गर्मी में इनके नीचे मरीजों के साथ आने वाले तीमारदार किसी तरह धूप व बारिश से खुद को बचाकर वहां पर समय बिता रहे हैं । लेकिन केजीएमयू प्रशासन इस पूरे मामले में अपनी आंखें मूंदे बैठा हुआ है। जबकि लगभग 10 महीने पहले राजनाथ सिंह द्वारा यहां पर नए रैन बसेरे का उद्घाटन तक कर दिया गया। लेकिन अभी तक यह नया रैन बसेरा मरीजों की साथ आने वाले तीमारदारों को नहीं मिल पा रहा है। जिसकी वजह से यहां पर आने वाले मरीजों के साथ तीमारदारों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संखवार से बातचीत में उन्होंने कहा है कि व्यवस्था को जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा और मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों की दिक्कतों को दूर किया जाएगा।


बाइट- डॉ एस एन शंखवार, सीएमएस, केजीएमयू


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.