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राहुल गांधी की पदयात्रा से यूपी कांग्रेस को मिलेगी ऊर्जा, इस रणनीति पर भी काम कर रही पार्टी

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Published : Dec 30, 2022, 10:29 AM IST

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सियासी जमीन तैयार करने के लिए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कई मायनों से अहम है. यात्रा के जरिए राहुल गांधी एक साथ कई मोर्चे साधने की जुगत में हैं. राहुल गांधी की प्राथमिकता देशवासियों को राजनीतिक विकल्प का भरोसे देने के साथ कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करना है.

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लखनऊ : कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Congress's Bharat Jodo Yatra) 3 जनवरी को उत्तर प्रदेश आ रही है. नए साल के पहले सप्ताह में प्रदेश में प्रवेश करने जा रही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी राजनीतिक संदेश देने की तैयारी कर रही है. यात्रा को भव्य बनाने व राजनीतिक संदेश दिलाने के लिए प्रदेश कांग्रेस हर पहलुओं पर विचार करने के साथ उसे किस तरह से क्रियान्वित करना है. इस पर मंथन के दौर चल रहे हैं. कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई भारत जो यात्रा अब तक 10 राज्यों तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा व दिल्ली होते हुए उत्तर प्रदेश आ रही है. यात्रा 3 जनवरी को गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर से उत्तर प्रदेश आएगी और यह गाजियाबाद, बागपत, बड़ौत, शामली होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेगी.

हिंदू रीति रिवाज से यात्रा के स्वागत की तैयारी : कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि यूपी में बड़ा सियासी संदेश देने के लिए कॉन्ग्रेस अपने खोए हुए जनाधार को पाने के लिए भाजपा के कोर वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टी की ओर से विशेष तैयारी की जा रही है. सूत्रों का कहना है कि लोनी बॉर्डर पर कांग्रेस राहुल गांधी का स्वागत हिंदू रीति रीवाज (Hindu customs) से करने की तैयारी में है. उनके स्वागत के लिए घंटे घड़ियाल के साथ मंत्रों का उच्चारण भी होगा. इसके लिए विशेष तौर पर पुजारियों को निमंत्रण भेजा गया है. साथ ही यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के सामाजिक समीकरण धार्मिक संतुलन को साधना की पूरी तैयारी की जा रही है. उत्तर प्रदेश में 4 दिन की यात्रा के दौरान पार्टी हर धर्म, जाति, संप्रदाय व सामाजिक सरोकार रखने वाले लोगों को यात्रा में शामिल कराकर प्रदेश में बड़ा संदेश देने की तैयारी में है. जिससे आगामी लोकसभा चुनाव उससे पहले होने वाले निकाय चुनाव में पार्टी मजबूत प्रदर्शन कर सकें.

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार (According to Congress sources) इस पूरी 125 किलोमीटर की यात्रा जो प्रदेश के इन चार जिलों से गुजरेगी वहां राहुल गांधी के भव्य स्वागत की तैयारी चल रही है. साथ ही जगह जगह पर विभिन्न समाज के लोगों व उनके प्रमुखों को राहुल गांधी से मुलाकात कराने, समस्या से पीड़ित लोगों को राहुल गांधी तक पहुंचाने आदि पर जोर दिया जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस की योजना 2024 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक संदेश दिलाने की है. कांग्रेस का मानना है कि भारत जोड़ो यात्रा को उत्तर प्रदेश में ज्यादा सफल बनाना है, क्योंकि केंद्र सरकार की सत्ता में जाने का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है. देश के सबसे बड़े राज्य होने के कारण कांग्रेस लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें लाने पर भी अभी से जोड़ दे रही है. कांग्रेस की कोशिश है कि हिंदी पट्टी में लोगों को भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से बदलाव का संदेश दिया जाए. ताकि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कॉन्ग्रेस उत्तर प्रदेश के साथ साथी आसपास के प्रदेशों में भी मजबूत प्रदर्शन कर सकें. पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 80 सीटों में से भाजपा को 62 सीटें मिली थीं. भाजपा संगठन में शामिल अपना दल (एस) को 2 सीटें मिली थीं 10 सीटें बसपा और 5 सीटें सपा और एक कांग्रेस को मिली थी. वर्तमान में सपा अपनी 2 सीटें गंवा चुकी है. प्रदेश में उपचुनाव के बाद से भाजपा के पास 64 अपना दल के पास दो सपा के तीन बसपा के 10 व कांग्रेस के पास एक सीट है.

लखनऊ : कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Congress's Bharat Jodo Yatra) 3 जनवरी को उत्तर प्रदेश आ रही है. नए साल के पहले सप्ताह में प्रदेश में प्रवेश करने जा रही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी राजनीतिक संदेश देने की तैयारी कर रही है. यात्रा को भव्य बनाने व राजनीतिक संदेश दिलाने के लिए प्रदेश कांग्रेस हर पहलुओं पर विचार करने के साथ उसे किस तरह से क्रियान्वित करना है. इस पर मंथन के दौर चल रहे हैं. कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई भारत जो यात्रा अब तक 10 राज्यों तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा व दिल्ली होते हुए उत्तर प्रदेश आ रही है. यात्रा 3 जनवरी को गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर से उत्तर प्रदेश आएगी और यह गाजियाबाद, बागपत, बड़ौत, शामली होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेगी.

हिंदू रीति रिवाज से यात्रा के स्वागत की तैयारी : कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि यूपी में बड़ा सियासी संदेश देने के लिए कॉन्ग्रेस अपने खोए हुए जनाधार को पाने के लिए भाजपा के कोर वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टी की ओर से विशेष तैयारी की जा रही है. सूत्रों का कहना है कि लोनी बॉर्डर पर कांग्रेस राहुल गांधी का स्वागत हिंदू रीति रीवाज (Hindu customs) से करने की तैयारी में है. उनके स्वागत के लिए घंटे घड़ियाल के साथ मंत्रों का उच्चारण भी होगा. इसके लिए विशेष तौर पर पुजारियों को निमंत्रण भेजा गया है. साथ ही यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के सामाजिक समीकरण धार्मिक संतुलन को साधना की पूरी तैयारी की जा रही है. उत्तर प्रदेश में 4 दिन की यात्रा के दौरान पार्टी हर धर्म, जाति, संप्रदाय व सामाजिक सरोकार रखने वाले लोगों को यात्रा में शामिल कराकर प्रदेश में बड़ा संदेश देने की तैयारी में है. जिससे आगामी लोकसभा चुनाव उससे पहले होने वाले निकाय चुनाव में पार्टी मजबूत प्रदर्शन कर सकें.

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार (According to Congress sources) इस पूरी 125 किलोमीटर की यात्रा जो प्रदेश के इन चार जिलों से गुजरेगी वहां राहुल गांधी के भव्य स्वागत की तैयारी चल रही है. साथ ही जगह जगह पर विभिन्न समाज के लोगों व उनके प्रमुखों को राहुल गांधी से मुलाकात कराने, समस्या से पीड़ित लोगों को राहुल गांधी तक पहुंचाने आदि पर जोर दिया जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस की योजना 2024 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक संदेश दिलाने की है. कांग्रेस का मानना है कि भारत जोड़ो यात्रा को उत्तर प्रदेश में ज्यादा सफल बनाना है, क्योंकि केंद्र सरकार की सत्ता में जाने का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है. देश के सबसे बड़े राज्य होने के कारण कांग्रेस लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटें लाने पर भी अभी से जोड़ दे रही है. कांग्रेस की कोशिश है कि हिंदी पट्टी में लोगों को भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से बदलाव का संदेश दिया जाए. ताकि लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कॉन्ग्रेस उत्तर प्रदेश के साथ साथी आसपास के प्रदेशों में भी मजबूत प्रदर्शन कर सकें. पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 80 सीटों में से भाजपा को 62 सीटें मिली थीं. भाजपा संगठन में शामिल अपना दल (एस) को 2 सीटें मिली थीं 10 सीटें बसपा और 5 सीटें सपा और एक कांग्रेस को मिली थी. वर्तमान में सपा अपनी 2 सीटें गंवा चुकी है. प्रदेश में उपचुनाव के बाद से भाजपा के पास 64 अपना दल के पास दो सपा के तीन बसपा के 10 व कांग्रेस के पास एक सीट है.

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