लखनऊ: लोहिया संस्थान में एक बार फिर से रैगिंग का मामला सामने आया है. बताया जा रहा कि सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया, जिसके बाद जूनियर छात्रों ने एंटी रैगिंग सेल पर इस पूरे मामले की शिकायत की.
लोहिया संस्थान में एमबीबीएस और तमाम मेडिकल कोर्सेज के छात्र पढ़ते हैं. पिछले महीने सत्र शुरू होने से पहले तमाम दावे और वादे किए गए थे कि रैगिंग की किसी भी तरह से कैंपस में कोई जगह नहीं है, लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद उन सभी दावों और वादों की पोल खुल गई है.
ये भी पढ़ें: सीएम योगी ने राज्य के नए पुलिस मुख्यालय का किया औपचारिक लोकार्पण
हालांकि इस घटना के बाद जूनियर छात्रों ने एंटी रैगिंग सेल पर इस पूरे मामले की शिकायत कर दी है. रैगिंग की घटना के तीन से चार दिन बाद मामला सामने आने के बाद लोहिया संस्थान इस पूरे मामले में हरकत में आया है. लोहिया संस्थान प्रशासन द्वारा दोनों सीनियर छात्रों को नोटिस देकर उन दोनों के अभिभावकों को भी लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के कैंपस में बुलाया गया है और इस पूरे मामले पर दोनों छात्रों को नोटिस दी गई है.
ये भी पढ़े: खेल मैदान, अखाड़ों और व्यायामशालाओं पर से हटेगा अतिक्रमण- उपेंद्र तिवारी
इस पूरे मामले पर अब संस्थान तेजी दिखाते हुए पूरे मामले की जांच कर रहा है. हालांकि अभी छात्रों को सिर्फ नोटिस दिया गया है.
लोहिया संस्थान में 2017 से शुरू हुई थी एमबीबीएस की पढ़ाई
दरअसल, लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में वर्ष 2017 में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हुई थी. वर्ष 2019 में तीसरे बैच के छात्रों ने प्रवेश लिया. पहले दो बैच में जहां 150-150 छात्र रहे. वहीं इस बार 200 एमबीबीएस सीटों पर दाखिला लिया गया है. संस्थान में नए बैच के शैक्षिक सत्र की शुरुआत 16 अगस्त से हो चुकी है.
रैगिंग की जानकारी मिलने पर रजिस्ट्रार ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है. रैगिंग करने वाले लड़कों को नोटिस भेजा गया है. साथ ही उनके माता-पिता को भी संस्थान में बुलाया गया है.
-डॉ. विक्रम, लोहिया संस्थान के प्रवक्ता