लखनऊ: राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, क्वीन मैरी अस्पताल में प्रेग्नेंट महिलाओं और स्त्री रोग का बेहतर इलाज किया जाता है. खास बात यह है कि यहां पर सरकारी योजनाओं के तहत अस्पताल में पहुंचने वाली प्रेग्नेंट महिलाओं का मुफ्त में इलाज किया जाता है. डिलीवरी के बाद महिलाओं को 1000 रुपये प्रोत्साहन राशि के तौर पर भी दी जाती है. यहां पर स्त्रियों के अन्य रोगों का भी आधुनिक मशीनों और एक्सपर्ट डॉक्टर की मदद से इलाज किया जाता है. क्वीन मैरी अस्पताल में जहां महिलाओं की बीमारियों के इलाज के लिए बेहतर संसाधन मौजूद हैं तो वहीं दूसरी ओर मरीजों की संख्या अधिक होने से अस्पताल पर दबाव महसूस किया जाता है.
कई बार मरीजों का इलाज और ऑपरेशन करने में लंबा समय लगता है. हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि जिन मरीजों को तत्काल इलाज की आवश्यकता होती है, उन्हें तत्काल प्रभाव से इलाज उपलब्ध कराया जाता है. आगे की डेट उन्हीं मरीजों को दी जाती हैं, जिन्हें तुरंत ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं होती है.
महिलाओं के लिए उपलब्ध हैं यह सुविधाएं
क्वीन मैरी अस्पताल में महिलाओं की डिलीवरी और प्रेग्नेंट महिलाओं के इलाज के लिए बेहतर व्यवस्थाएं व आधुनिक उपकरण हैं. महिलाओं के इलाज के लिए अस्पताल में 300 बेड मौजूद हैं. डिलीवरी के लिए अस्पताल में दो लेबर रूम मौजूद हैं, जहां पर डिलीवरी कराई जाती है. इसी के साथ अस्पताल में 4 माइनर और मेजर ऑपरेशन थिएटर हैं, जहां पर महिलाओं की सर्जरी की जाती है.
हर रोज औसतन 10 महिलाओं की कराई जाती है डिलीवरी
क्वीन मैरी अस्पताल में प्रेग्नेंट महिलाओं को बेहतर इलाज दिया जाता है. डिपार्टमेंट की एचओडी उमा सिंह के अनुसार अस्पताल में औसतन प्रतिदिन 10 महिलाओं की डिलीवरी कराई जाती है और लगभग 300 महिलाओं की प्रति माह डिलीवरी कराई जाती है. अस्पताल में अत्याधुनिक उपकरणों सहित बेहतर सुविधाएं हैं. डिलीवरी के दौरान यदि केस बिगड़ता है तो अस्पताल में ही महिलाओं को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के संसाधन मौजूद हैं. अस्पताल की खास बात यह है कि यहां पर महिलाओं को निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जाती हैं, साथ ही महिलाओं को 1000 रुपये प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिए जाते हैं.
औसतन प्रतिदिन 10 महिला रोगों की सर्जरी करता है अस्पताल
अस्पताल में प्रेग्नेंट महिलाओं के डिलीवरी कराने के साथ-साथ गाइनेकोलॉजी (स्त्री रोग) के इलाज की भी बेहतर व्यवस्थाएं और स्त्रियों से जुड़ी बीमारियों का यहां पर इलाज किया जाता है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार औसतन प्रतिदिन 10 स्त्री रोगों से ग्रसित महिलाओं का ऑपरेशन किया जाता है.