लखनऊ: यूपी में बुखार का प्रकोप छाया हुआ है. इसके तमाम कारण उभर कर सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार बीमारी के खिलाफ 7 सितंबर से अभियान शुरू करेगी. इसके लिए कई विभागों की टीम मैदान में उतरेगी.
दरअसल, यूपी की एक्सपर्ट कमेटी ने अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है. वहीं बारिश में मच्छर जनित बीमारियां भी भयावह हो रही हैं. मथुरा, फिरोजाबाद, लखनऊ और मैनपुरी समेत कई जगह बुखार भयावह हो रहा है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ अमित मोहन प्रसाद ने डेंगू- मलेरिया को लेकर अलर्ट जारी किया है. इसमें हेल्थ टीम को अन्य विभागों के साथ मिलकर बुखार के मरीजों को तलाश कर उनकी समय पर जांच करने कहा है.
वहीं यूपी में फैले बुखार के मरीजों में कोरोना, मलेरिया, टायफाइड, स्क्रब टायफस, लेप्टोस्पाइरोसिस समेत अन्य बीमारी हो सकती हैं. ऐसे में मरीजों की समय पर जांच कर इलाज कराने के निर्देश दिए गए हैं. यह अभियान 7 सितंबर से 15 सितंबर तक चलेगा.
90 हजार टीमें लगेंगी
टीमें मच्छर जनित संक्रामक रोगों पर एक साथ प्रहार करेंगी. ऐसे में 90 हजार राजस्व गांवों में करीब डेढ़ लाख सदस्यीय टीम डेंगू, मलेरिया, इंसेफ्लाइटिस, चिकनगुनिया, कोरोना, टीबी के मरीजों की पहचान करेंगी. खासकर, बुखार के मरीजों का एंटीजेन टेस्ट कराया जाएगा. साथ ही मेडिकल किट भी दी जाएगी. वहीं गंभीर हालत देखकर मरीज को अस्पताल भेजा जाएगा.
कई विभाग मिलकर करेंगे काम
- नगर विकास विभाग: नगरीय क्षेत्र में शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई, मच्छरों की रोकथाम, संवेदनशील क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त कराना और नालियों की सफाई का काम.
- पंचायती राज व ग्राम्य विकास विभाग: जनजागरूकता, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, वेक्टर कंट्रोल और स्वच्छता.
- बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग: कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन, पुष्टाहार वितरित करना, जन जागरूकता, दिमागी बुखार के दिव्यांग बच्चों को योजनाओं का लाभ दिलवाना.
- शिक्षा विभाग: व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये जनजागरूकता अभियान.
- चिकित्सा शिक्षा विभाग: बीमारियों की जांच के लिए प्रयोगशाला प्राविधिक प्रशिक्षण.
- दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग: दिमागी बुखार के दिव्यांग रोगियों के कल्याण की योजनाओं का लाभ दिलवाने का काम.
- कृषि एवं सिंचाई विभाग: मच्छरों के प्रजनन पर रोक लगाने का काम.
- सूचना विभाग: बीमारी से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार.
- उद्यान विभाग: मच्छर रोधी पौधों के रोपण जैसी गतिविधियां करना.