लखनऊ: हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस के मौके पर बुधवार को पुराने लखनऊ के काजमैन और मुफ्तीगंज में जुलूस निकालकर इमाम की विलादत की खुशियां मनायीं गई. अब्बास फाउंडेशन ने काजमैन से 'जुलूस-ए-मर्सरत' निकाला, वहीं मुफ्तीगंज में 'जुलूस-ए-इमाम-हुसैन' निकला गया. इस मौके पर लोगों ने पानी व शर्बत की सबीले लगाई और जगह-जगह मिठाइयां बांटी और लंगर का अयोजन किया.
जुलूस टापे वाली गली, हसनपुरिया, कश्मीरी मोहल्ला होता हुआ दरगाह हजरत अब्बास पहुंचा. जुलूस जिन रास्तों से गुजर रहा था, वहां लोग इत्र लगाकर व फूलों की पंखुड़ी डाल कर उसका इस्तकबाल कर रहे थे और गले मिलकर एक-दूसरे को इमाम हुसैन की विलादत की मुबारकबाद दे रहे थे. जुलूस में मुख्यरूप से हजरत इमाम हुसैन के गहवारे (झूला) की जियारत करायी गयी. झूला जैसे ही लोगों के करीब आता तो सैकड़ों हाथ झूले को बोसा देने (चूमने) के लिए बढ़ते नजर आ रहे थे. तमाम लोग झूले से अपने मासूम बच्चों को स्पर्श करा रहे थे. इसके अलावा झूले के आगे लोगों ने नजर दी और मन्नते मांगी.
पुराने लखनऊ के कई संवेनशील इलाकों से निकलने वाला इमाम हुसैन की विलादात के जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबनंद दिखी. पुलिस ने इस मौके पर जुलूस के रास्तों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी. इसके अलावा सिविल पुलिस के साथ पीएसी को भी शहर के कई इलाकों में तैनात किया गया था. पुलिस के आलाधकारी भी जुलूस के दौरान निगरानी करते नजर आए.