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प्राविधिक विश्वविद्यालय : विनीत कंसल हटाए गए, प्रोफेसर वंदना सहगल को आईईटी के निदेशक का चार्ज - Vice Chancellor Professor PK Mishra

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के घटक संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी (आईईटी) के निदेशक प्रोफेसर विनीत बंसल को पद से हटा दिया है. उनके स्थान पर इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की डायरेक्टर प्रो. वंदना सहगल को चार्ज दिया गया है.

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Published : Jan 9, 2023, 10:26 PM IST

लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के घटक संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी (आईईटी) के निदेशक प्रोफेसर विनीत कंसल को उनके पद से हटा दिया गया है. उनके स्थान पर इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की डायरेक्टर प्रोफेसर वंदना सहगल को आईईटी का नया निदेशक नियुक्त किया गया है. इस संबंध में एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर पीके मिश्रा (Vice Chancellor Professor PK Mishra) ने सोमवार को आदेश जारी कर दिया.

ज्ञात हो कि प्रोफेसर विनीत कंसल पर नियमावली से हटकर नौकरी पाने का आरोप है. जिसकी जांच विश्वविद्यालय द्वारा कराई जा रही थी. जांच में पुष्टि होने के बाद उन्हें कुलपति ने पद से हटा दिया है. साथ ही एकेटीयू के पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक पर बीते 29 अक्टूबर 2022 को इंदिराॉनगर थाने में दर्ज हुई एफआईआर के बाद एकेटीयू में तेजी से बदल रहे समीकरणों से भी इसको जोड़कर देखा जा रहा है. प्रोफेसर कंसल पर विनय पाठक के करीबी होने का भी आरोप लग रहा है.

विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कुलपति को 30 अगस्त 2022 को शिकायतकर्ता संतोष सिंह की ओर से एक शिकायत पत्र प्राप्त हुआ था. जिसमें विनीत कंसल और प्रोफेसर एमके दत्ता के नियुक्ति पर सवाल उठाया गया था. शिकायत पत्र में कहा गया था कि वर्ष 2017 में डॉ. विनीत कंसल का अपॉइंटमेंट कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर के पद पर किया गया. जिसमें एआईसीटीई के सारे नियमों को दरकिनार कर तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने इनको नियुक्त किया था. शिकायतकर्ता का कहना था कि डॉ. विनीत कंसल आईआईटी दिल्ली से मैनेजमेंट स्टडीज विषय से एमटेक व पीएचडी है. जोकि आईईटी में उनके सीएसई ब्रांच में चयन के नियमों के अनुसार नहीं है. शिकायतकर्ता का कहना है कि एआईसीटीई के गजट के अनुसार डॉ. कंसल का चयन जिस आधार पर किया गया है उस सब्जेक्ट का जिक्र गजट में नहीं है. जबकि आईआईटी में चयन से पहले डॉ. कंसल ओमान में बिजनेस स्टडीज के आधार पर हुआ था ना कि इंजीनियरिंग के आधार पर. शिकायतकर्ता न का कहना है कि ओमान में उनका अपॉइंटमेंट इंजीनियरिंग कोर्स में नहीं था ना यह वहां कभी लेक्चरर या असिस्टेंट प्रोफेसर रहे हैं. इसके बाद भी विनीत कंसल का नियमों से हटकर आईटी में चयन किया गया.

शिकायत प्राप्त होने के बाद मौजूदा कुलपति प्रोफेसर पीके मिश्रा (Vice Chancellor Professor PK Mishra) ने डॉ. विनीत कंसल को 9 सितंबर 2022 को सुबह 11:00 बजे कुलपति कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर इस पूरे मामले पर अपना पक्ष रखने को कहा था. इसके बाद भी डॉक्टर विनीत कंसल निर्धारित तिथि पर कुलपति कार्यालय में प्रस्तुत नहीं हुए. उस से 1 दिन पहले 8 सितंबर 2022 को कुलपति कार्यालय को एक पत्र भेजकर कहा कि उन्हें जानबूझकर मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है. साथ ही उनके मान सम्मान को भी ठेस पहुंचाया जा रहा है. इस पूरे मामले के बाद विश्वविद्यालय के स्तर पर कराई गई जांच में डॉ. विनीत कंसल के मामले में आईआईटी दिल्ली ने 23 सितंबर 2022 को पत्र लिखकर विश्वविद्यालयों को अवगत कराया कि उन्होंने आईआईटी दिल्ली से एमटेक व पीएचडी की डिग्री डिपार्टमेंट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीस से प्राप्त किया है. वहीं आईईटी में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में प्रोफेसर पद के लिए प्रकाशित विज्ञप्ति 20 मई 2017 में स्पष्ट रूप से अंकित है कि इस विभाग में नियुक्ति की अहर्ता एआईसीटीई के मनको के अनुसार किया जाएगा. जिसके बाद इस पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कुलपति ने डॉक्टर विनीत कंसल को तत्काल प्रभाव से आईईटी के निदेशक पद से हटा दिया है.

यह भी पढ़ें : देवरिया जेल में प्रापर्टी डीलर को मारने-पीटने के मामले में हमजा अंसारी की जमानत अर्जी खारिज

लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के घटक संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी (आईईटी) के निदेशक प्रोफेसर विनीत कंसल को उनके पद से हटा दिया गया है. उनके स्थान पर इंस्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की डायरेक्टर प्रोफेसर वंदना सहगल को आईईटी का नया निदेशक नियुक्त किया गया है. इस संबंध में एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर पीके मिश्रा (Vice Chancellor Professor PK Mishra) ने सोमवार को आदेश जारी कर दिया.

ज्ञात हो कि प्रोफेसर विनीत कंसल पर नियमावली से हटकर नौकरी पाने का आरोप है. जिसकी जांच विश्वविद्यालय द्वारा कराई जा रही थी. जांच में पुष्टि होने के बाद उन्हें कुलपति ने पद से हटा दिया है. साथ ही एकेटीयू के पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक पर बीते 29 अक्टूबर 2022 को इंदिराॉनगर थाने में दर्ज हुई एफआईआर के बाद एकेटीयू में तेजी से बदल रहे समीकरणों से भी इसको जोड़कर देखा जा रहा है. प्रोफेसर कंसल पर विनय पाठक के करीबी होने का भी आरोप लग रहा है.

विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कुलपति को 30 अगस्त 2022 को शिकायतकर्ता संतोष सिंह की ओर से एक शिकायत पत्र प्राप्त हुआ था. जिसमें विनीत कंसल और प्रोफेसर एमके दत्ता के नियुक्ति पर सवाल उठाया गया था. शिकायत पत्र में कहा गया था कि वर्ष 2017 में डॉ. विनीत कंसल का अपॉइंटमेंट कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर के पद पर किया गया. जिसमें एआईसीटीई के सारे नियमों को दरकिनार कर तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने इनको नियुक्त किया था. शिकायतकर्ता का कहना था कि डॉ. विनीत कंसल आईआईटी दिल्ली से मैनेजमेंट स्टडीज विषय से एमटेक व पीएचडी है. जोकि आईईटी में उनके सीएसई ब्रांच में चयन के नियमों के अनुसार नहीं है. शिकायतकर्ता का कहना है कि एआईसीटीई के गजट के अनुसार डॉ. कंसल का चयन जिस आधार पर किया गया है उस सब्जेक्ट का जिक्र गजट में नहीं है. जबकि आईआईटी में चयन से पहले डॉ. कंसल ओमान में बिजनेस स्टडीज के आधार पर हुआ था ना कि इंजीनियरिंग के आधार पर. शिकायतकर्ता न का कहना है कि ओमान में उनका अपॉइंटमेंट इंजीनियरिंग कोर्स में नहीं था ना यह वहां कभी लेक्चरर या असिस्टेंट प्रोफेसर रहे हैं. इसके बाद भी विनीत कंसल का नियमों से हटकर आईटी में चयन किया गया.

शिकायत प्राप्त होने के बाद मौजूदा कुलपति प्रोफेसर पीके मिश्रा (Vice Chancellor Professor PK Mishra) ने डॉ. विनीत कंसल को 9 सितंबर 2022 को सुबह 11:00 बजे कुलपति कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर इस पूरे मामले पर अपना पक्ष रखने को कहा था. इसके बाद भी डॉक्टर विनीत कंसल निर्धारित तिथि पर कुलपति कार्यालय में प्रस्तुत नहीं हुए. उस से 1 दिन पहले 8 सितंबर 2022 को कुलपति कार्यालय को एक पत्र भेजकर कहा कि उन्हें जानबूझकर मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है. साथ ही उनके मान सम्मान को भी ठेस पहुंचाया जा रहा है. इस पूरे मामले के बाद विश्वविद्यालय के स्तर पर कराई गई जांच में डॉ. विनीत कंसल के मामले में आईआईटी दिल्ली ने 23 सितंबर 2022 को पत्र लिखकर विश्वविद्यालयों को अवगत कराया कि उन्होंने आईआईटी दिल्ली से एमटेक व पीएचडी की डिग्री डिपार्टमेंट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीस से प्राप्त किया है. वहीं आईईटी में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में प्रोफेसर पद के लिए प्रकाशित विज्ञप्ति 20 मई 2017 में स्पष्ट रूप से अंकित है कि इस विभाग में नियुक्ति की अहर्ता एआईसीटीई के मनको के अनुसार किया जाएगा. जिसके बाद इस पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कुलपति ने डॉक्टर विनीत कंसल को तत्काल प्रभाव से आईईटी के निदेशक पद से हटा दिया है.

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