लखनऊ: प्रियंका गांधी ने राजधानी में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया. उन्होंने इस दौरान कहा कि सुबह हमारी तरफ से राज्यपाल को चिट्ठी भेजी गई है. प्रियंका गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में पुलिस प्रशासन द्वारा अराजकता फैलायी जा रही है. पुलिस ऐसे कदम उठा रही है जिसका कोई कानूनी आधार नहीं है. मैंने जो चिठ्ठी लिखी है, उसमें इन्हीं बातों का जिक्र है. प्रियंका गांधी ने बिजनौर के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि वह बिजनौर गईं थीं. वहां दो लड़कों की सीएए प्रदर्शन के दौरान मौत हुई थी.
पुलिस पर लगाए आरोप
प्रियंका गांधी ने पुलिस प्रशासन पर हमला बोलते हुए कहा कि बिजनौर का रहने वाला 21 साल का सुलेमान यूपीएससी की तैयारी करता था. सीने में गोली लगी लाश मिली .पुलिस परिजनों पर दबाव डाल रही थी कि कोई कार्रवाई करोगे तो ठीक नहीं होगा. उन्होंने आगे कहा कि एक और घटना यह है कि एक मां सड़क पर खड़ी होकर प्रदर्शन करने वालों का वीडियो बना रही थी. पुलिस ने उन्हें भी जेल में डाल दिया. उन लोगों पर सीरियस केस लगाए गए हैं. पुलिस द्वारा कई स्टूडेंट्स को भी जेल में डाला गया. दिवाकर सिंह, रोहन सिंह, दीपक सिंह, धनंजय त्रिपाठी, सब छात्र थे. पुलिस ने इन सब को जेल में डाल दिया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार लोगों को पीटा जा रहा है, मारा जा रहा है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने भगवा वस्त्र धारण किए हैं. यह भगवा आपका नहीं है. यह पूरे भारत का है. इसके रंग में हिंसा, बदले की भावना की कोई जगह नहीं है.
मेरी कुछ मांगे हैं उस चिठ्ठी में
- पुलिस द्वारा की जा रही हिंसात्मक कार्रवाई पर रोक लगायी जाए.
- शान्तिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लगाए गए मुकदमे की जांच हो.
- संपत्ति कुर्क की पुलिस द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है वह दंडात्मक कार्रवाई है और उस पर रोक लगायी जाए.
सबके विरोध में है कानून
प्रियंका गांधी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून सब के विरोध में है. जिस तरह से नोटबंदी में प्रताड़ित किया गया, इस कानून से भी वो यही करेंगे. विद्यार्थी सड़क पर हैं क्योंकि वह जानते हैं क्या हो रहा है.