लखनऊ: राजधानी के कई निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद अस्पताल को सील कर दिया जा रहा था. अब निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर उसे सील नहीं किया जाएगा.
नई गाइडलाइंस के अनुसार निजी अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बना होगा. वहां अगर किसी मरीज में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होती है तो उसे कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा. अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा. कोरोना मरीज जिस वार्ड में मिलेगा, उस वार्ड को 24 घंटे के अंदर दो बार सैनिटाइज किया जाएगा.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि शासन से मिले दिशा-निर्देशों के अनुसार अब अस्पतालों को सील नहीं किया जाएगा, बल्कि 24 घंटे में दो बार सैनिटाइजेशन करके वापस उसकी सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी. इस तरह अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों के इलाज में किसी भी तरह का कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं होगा.