ETV Bharat / state

कक्षा 3 तक एनसीईआरटी की किताबें लागू करने की तैयारी, शिक्षकों को मिलेगी ट्रेनिंग

प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा 1 से 3 तक सत्र 2023-24 से बदलाव होने जा रहा है. इन कक्षाओं के लिए अब एनसीईआरटी की किताबें (NCERT books) लागू करने की तैयारी है. इस संबंध में विभाग की ओर से प्रदेश सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Nov 12, 2022, 9:10 PM IST

लखनऊ : प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा 1 से 3 तक सत्र 2023-24 से बदलाव होने जा रहा है. इन कक्षाओं के लिए अब एनसीईआरटी की किताबें (NCERT books) लागू करने की तैयारी है. इस संबंध में विभाग की ओर से प्रदेश सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है. सरकार से प्रस्ताव की मंजूरी मिलने के बाद ही नए सत्र से लागू कर दिया जाएगा. प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही विभाग अपने सभी स्कूलों में शिक्षकों को इसके लिए नए सिरे से विशेष प्रशिक्षण आयोजित करेगा. वहीं प्रशिक्षण को लेकर प्रदेश के शिक्षकों में अब थोड़ी नाराजगी देखने को मिल रही है.

एनसीईआरटी पैटर्न लागू करने से पहले विभाग दिसंबर से मार्च तक बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों का प्रशिक्षण कराने की योजना तैयार कर रहा है. इसके तहत कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों में पढ़ा रहे सभी शिक्षकों को एनसीईआरटी की किताबों से रूबरू कराने व पैटर्न को किस तरह से पढ़ाना है इसका प्रशिक्षण कराएगा. इसके लिए चरणबद्ध तरीके से सभी शिक्षकों का अगले तीन महीने में प्रशिक्षण कराया जाएगा.

जानकारी देते प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह



प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में बीते तीन वर्षों से दीक्षा ऐप, विद्या संवर्धन, निपुण योजना जैसे कई परियोजनाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ज्यादा ट्रेनिंग से शिक्षकों की पढ़ाई प्रभावित होती है. उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग जरूर कराई जाए, लेकिन उससे बच्चों की पढ़ाई पर कोई असर न पड़े. ट्रेनिंग जरूरी है हम शिक्षकों के लिए लेकिन उतनी ही जितनी हम शिक्षकों की आवश्यकता हो. कई कई बार तो ऐसा होता है कि प्रशिक्षण के काम के चलते शिक्षक हफ्ते-हफ्ते भर के लिए स्कूल से दूर हो जाता है, ऐसे में दूसरे शिक्षक के ऊपर पढ़ाई का दबाव बढ़ जाता है.

विभाग के नए सत्र के लिए अभी केवल कक्षा 4 से 8 तक की किताबों के प्रकाशन का टेंडर अपलोड कर दिया है. वहीं 1 से 3 तक की कक्षा की किताबों का टेंडर शासन में भेजे गए प्रस्ताव के मंजूरी के बाद जारी किया जाएगा. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार मार्च के अंत तक सभी स्कूलों को किताबें मुहैया कराने की तैयारी है.

यह भी पढ़ें : लखनऊ के एक बड़े कारोबारी थामेंगे कांग्रेस का हाथ, हो सकते हैं मेयर पद के प्रत्याशी

लखनऊ : प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा 1 से 3 तक सत्र 2023-24 से बदलाव होने जा रहा है. इन कक्षाओं के लिए अब एनसीईआरटी की किताबें (NCERT books) लागू करने की तैयारी है. इस संबंध में विभाग की ओर से प्रदेश सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है. सरकार से प्रस्ताव की मंजूरी मिलने के बाद ही नए सत्र से लागू कर दिया जाएगा. प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही विभाग अपने सभी स्कूलों में शिक्षकों को इसके लिए नए सिरे से विशेष प्रशिक्षण आयोजित करेगा. वहीं प्रशिक्षण को लेकर प्रदेश के शिक्षकों में अब थोड़ी नाराजगी देखने को मिल रही है.

एनसीईआरटी पैटर्न लागू करने से पहले विभाग दिसंबर से मार्च तक बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों का प्रशिक्षण कराने की योजना तैयार कर रहा है. इसके तहत कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों में पढ़ा रहे सभी शिक्षकों को एनसीईआरटी की किताबों से रूबरू कराने व पैटर्न को किस तरह से पढ़ाना है इसका प्रशिक्षण कराएगा. इसके लिए चरणबद्ध तरीके से सभी शिक्षकों का अगले तीन महीने में प्रशिक्षण कराया जाएगा.

जानकारी देते प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह



प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में बीते तीन वर्षों से दीक्षा ऐप, विद्या संवर्धन, निपुण योजना जैसे कई परियोजनाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ज्यादा ट्रेनिंग से शिक्षकों की पढ़ाई प्रभावित होती है. उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग जरूर कराई जाए, लेकिन उससे बच्चों की पढ़ाई पर कोई असर न पड़े. ट्रेनिंग जरूरी है हम शिक्षकों के लिए लेकिन उतनी ही जितनी हम शिक्षकों की आवश्यकता हो. कई कई बार तो ऐसा होता है कि प्रशिक्षण के काम के चलते शिक्षक हफ्ते-हफ्ते भर के लिए स्कूल से दूर हो जाता है, ऐसे में दूसरे शिक्षक के ऊपर पढ़ाई का दबाव बढ़ जाता है.

विभाग के नए सत्र के लिए अभी केवल कक्षा 4 से 8 तक की किताबों के प्रकाशन का टेंडर अपलोड कर दिया है. वहीं 1 से 3 तक की कक्षा की किताबों का टेंडर शासन में भेजे गए प्रस्ताव के मंजूरी के बाद जारी किया जाएगा. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार मार्च के अंत तक सभी स्कूलों को किताबें मुहैया कराने की तैयारी है.

यह भी पढ़ें : लखनऊ के एक बड़े कारोबारी थामेंगे कांग्रेस का हाथ, हो सकते हैं मेयर पद के प्रत्याशी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.