लखनऊः महाशिवरात्रि का पर्व 11 मार्च को है, लेकिन लोधेश्वर महादेवा में कावड़ियों का आगमन एक माह पहले से ही प्रारंभ हो जाता है. कावड़िया कानपुर के बिठूर से गंगाजल भरकर पैदल ही लोधेश्वर महादेवा की ओर रवाना होते हैं. यह सिलसिला प्रारंभ होते ही कानपुर से बाराबंकी के रामनगर तहसील क्षेत्र में स्थित लोधेश्वर महादेवा तक का मार्ग बम बम भोले के जयकारों से गूंजने लगता है. लोधेश्वर की ओर जाने वाले कावड़ियों की कतार लग चुकी है.
असुविधाएं भी नहीं रोक पाती है रास्ता
राजधानी की सड़कें अव्यवस्था की शिकार हैं. सुबह शाम भीषण जाम लग रहा है. इस स्थिति से जूझते हुए गाड़ियों का काफिला लोधेश्वर की ओर बढ़ता जा रहा है. इस बार न तो सड़कों पर सुरक्षा के इंतजाम दिखाई दे रहे हैं. न ही कावड़ियों को जाने के लिए गैलरी ही बनाई गई है. कावड़िया बताते हैं कि हम तो भोले के भक्त हैं. सरकार का काम है सुविधाएं दे तो भी ठीक न दे तो भी ठीक.