ETV Bharat / state

स्केटिंग, साइकिलिंग और दौड़ के समय रखनी चाहिए ये सावधानियां, जानिए आपके भी आएंगी काम - Tips For Skating and Cycling

स्केटिंग और साइकिलिंग (Tips for Skating and Cycling) बच्चों का पंसदीदा शौक है और जरूरत भी. ऐसी गतिविधियों से बच्चे शारीरिक रूप से बलिष्ठ होने के साथ मानसिक रूप से परिपक्व होते हैं. हालांकि मौजूदा समय में ऐसी गतिविधियां जानलेवा साबित हो रही हैं. ऐसे में बच्चों के लिए फिक्रमंद अभिभावकों को कई जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है. Tips for Skating and Cycling

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 22, 2023, 3:08 PM IST

लखनऊ : बीते मंगलवार को स्केटिंग करने के दौरान राजधानी में एएसपी श्वेता श्रीवास्तव का 10 वर्षीय बेटा नामिश बेकाबू एक्सयूवी की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई. यह हादसा कार सवार युवकों की लापरवाही से हुआ, लेकिन इस हादसे के बाद सभी माता-पिता को इस बात की चिंता सताने लगी है कि उनके बच्चे जो स्केटिंग, साइकलिंग और दौड़ लगाते हैं उनकी सुरक्षा के लिए वे क्या करें. ऐसे में आइए बताते हैं कि एथलीट्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक आपको किन किन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.

स्केटिंग, साइकिलिंग के लिए जरूरी सामान.
स्केटिंग, साइकिलिंग के लिए जरूरी सामान.

स्केटिंग और साइकिलिंग के समय हेलमेट जरूरी

  • हेलमेट हमेशा ISI मार्क ही खरीदना और पहनना चाहिए.
  • हेलमेट आरामदेह और कसकर फिट होना चाहिए, यानि हेलमेट ऐसा हो कि आपके बच्चे के सिर पर फिट बैठना चाहिए और अगल-बगल से हिल न सके.
  • हेलमेट को सिर पर ठीक जगह रखने के लिए हेलमेट में ठोड़ी का पट्टा और बकल जरूर हो.
  • हेलमेट का बाहरी हिस्से कठोर हो और कम से कम डेढ़ इंच मोटे सोखने वाले लाइनर से बना होना चाहिए.




यदि आप सुबह तड़के या फिर रात को दौड़ लगाते हैं, तो भी आपको कई बातों का ध्यान रखना होता है. कोशिश करें कि हमेशा फुटपाथ पर ही दौड़ लगाएं. यदि आप सड़क पर दौड़ लगा रहे हैं तो अपने दाहिनी ओर ही से दौड़ लगाएं, ताकि सामने से आती गाड़ी को आप देख सकें. अंधेरे में दौड़ लगाते समय ध्यान दें कि कपड़े रिफ्लेक्शन वाले पहनें, जिससे पीछे या आगे से आ रही गाड़ी चालक को आप दूर से ही दिखाई पड़ जाए. कोशिश करें तो सुबह होने पर उजाला होने का इंतजार करें फिर दौड़ लगाएं.


स्केटिंग, साइकिलिंग और दौड़ के दौराना बरतें ये सावधानियां.
स्केटिंग, साइकिलिंग और दौड़ के दौराना बरतें ये सावधानियां.

बच्चे साइकिलिंग करते हैं तो यह ध्यान रहे

  • जब भी आपका बच्चा साइकिल चलाने के लिए आपसे कहे तो उसे ऐसी साइकिल दिलवाई जिसमें पैर फैलाकर खड़े होने में उसे कोई भी समस्या न हो. उसके दोनों पैर साइकिल पर बैठते वक्त जमीन पर सपाट छू रहे हों.
  • बच्चों को साइकिलिंग करने से पहले उन्हे बाएं-दाएं मुड़ने और रुकने के लिए उचित हाथ के संकेतों के बारे में जरूर बताएं.
  • आप यह सुनिश्चित करें कि साइकिलिंग करने के लिए जाने वाले आपके बच्चे सभी ट्रैफ़िक संकेतों और संकेतों को समझते हैं और उनका पालन करते हैं. 10 वर्ष तक के बच्चों को फुटपाथ पर साइकलिंग करनी चाहिए.
  • फुटपाथ, ड्राइव वे या पार्किंग स्थल से मुख्य सड़क में जाने से पहले बाएं, दाएं और बाएं जरूर देखें.
  • सड़क पर साइकिल चलाते समय बच्चों को सड़क के पास एक सीधी रेखा में होना चाहिए. बच्चों और उनके साथ बड़े लोगों को यातायात के विपरीत चलने की बजाय साथ चलना चाहिए. बच्चों को शाम या रात के समय साइकलिंग नहीं चलानी चाहिए क्योंकि इसी समय सबसे अधिक घातक दुर्घटनाएं होती हैं.
  • तड़के सुबह साइकलिंग करते समय साइकिल की लाइट जला देनी चाहिए और बच्चे को हल्के या reflection वाले कपड़े पहनने चाहिए.
स्केटिंग, साइकिलिंग के लिए जरूरी टिप्स. फाइल फोटो
स्केटिंग, साइकिलिंग के लिए जरूरी टिप्स. फाइल फोटो


जिन मार्गों पर सीसीटीवी हों वहीं करें स्केटिंग, साइकिलिंग और दौड़ : हर माता पिता को यह देखना चाहिए कि उनका बेटा जो साइकलिंग या स्केटिंग करता हो या दौड़ लगाता हो तो उसे ऐसा स्थान चुनना चाहिए जहां सुरक्षा के लिहाज से सभी इंतजाम हों. यानि जिन स्थानों, सड़कों और पार्कों में सीसीटीवी कैमरे लगे हों, सुरक्षा गार्ड या पुलिस की मौजूदगी हो तो ऐसे स्थान पर किसी दुर्घटना होने पर समय से मदद मिल सकती है. इसके अलावा दुर्घटना करने वाले व्यक्ति का भी सुराग आसानी से मिल सकेगा. हालांकि मंगलवार को एएसपी का बेटा जिस जगह पर स्केटिंग कर रहा था, वहां एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं था. लिहाजा आरोपी गाड़ी चालक को ढूंढने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने भी कहा है कि बच्चों की सुरक्षा की एक बार फिर समीक्षा की जाएगी. जिन इलाकों में ऐसे बच्चे जो खेल कूद या एथलीट्स करते हैं वहां सुरक्षा के इंतजाम कराए जाएंगे.


यह भी पढ़ें : ASP के बेटे को टक्कर मारने वाली गाड़ी 200 की स्पीड से भाग रही थी, सीसीटीवी फुटेज में दिखी वारदात

एक्सयूवी की स्पीड चेक करने की चाह ने ले ली एएसपी के बेटे की जान, सपा नेता और ज्वैलर्स का बेटा गिरफ्तार

लखनऊ : बीते मंगलवार को स्केटिंग करने के दौरान राजधानी में एएसपी श्वेता श्रीवास्तव का 10 वर्षीय बेटा नामिश बेकाबू एक्सयूवी की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई. यह हादसा कार सवार युवकों की लापरवाही से हुआ, लेकिन इस हादसे के बाद सभी माता-पिता को इस बात की चिंता सताने लगी है कि उनके बच्चे जो स्केटिंग, साइकलिंग और दौड़ लगाते हैं उनकी सुरक्षा के लिए वे क्या करें. ऐसे में आइए बताते हैं कि एथलीट्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक आपको किन किन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.

स्केटिंग, साइकिलिंग के लिए जरूरी सामान.
स्केटिंग, साइकिलिंग के लिए जरूरी सामान.

स्केटिंग और साइकिलिंग के समय हेलमेट जरूरी

  • हेलमेट हमेशा ISI मार्क ही खरीदना और पहनना चाहिए.
  • हेलमेट आरामदेह और कसकर फिट होना चाहिए, यानि हेलमेट ऐसा हो कि आपके बच्चे के सिर पर फिट बैठना चाहिए और अगल-बगल से हिल न सके.
  • हेलमेट को सिर पर ठीक जगह रखने के लिए हेलमेट में ठोड़ी का पट्टा और बकल जरूर हो.
  • हेलमेट का बाहरी हिस्से कठोर हो और कम से कम डेढ़ इंच मोटे सोखने वाले लाइनर से बना होना चाहिए.




यदि आप सुबह तड़के या फिर रात को दौड़ लगाते हैं, तो भी आपको कई बातों का ध्यान रखना होता है. कोशिश करें कि हमेशा फुटपाथ पर ही दौड़ लगाएं. यदि आप सड़क पर दौड़ लगा रहे हैं तो अपने दाहिनी ओर ही से दौड़ लगाएं, ताकि सामने से आती गाड़ी को आप देख सकें. अंधेरे में दौड़ लगाते समय ध्यान दें कि कपड़े रिफ्लेक्शन वाले पहनें, जिससे पीछे या आगे से आ रही गाड़ी चालक को आप दूर से ही दिखाई पड़ जाए. कोशिश करें तो सुबह होने पर उजाला होने का इंतजार करें फिर दौड़ लगाएं.


स्केटिंग, साइकिलिंग और दौड़ के दौराना बरतें ये सावधानियां.
स्केटिंग, साइकिलिंग और दौड़ के दौराना बरतें ये सावधानियां.

बच्चे साइकिलिंग करते हैं तो यह ध्यान रहे

  • जब भी आपका बच्चा साइकिल चलाने के लिए आपसे कहे तो उसे ऐसी साइकिल दिलवाई जिसमें पैर फैलाकर खड़े होने में उसे कोई भी समस्या न हो. उसके दोनों पैर साइकिल पर बैठते वक्त जमीन पर सपाट छू रहे हों.
  • बच्चों को साइकिलिंग करने से पहले उन्हे बाएं-दाएं मुड़ने और रुकने के लिए उचित हाथ के संकेतों के बारे में जरूर बताएं.
  • आप यह सुनिश्चित करें कि साइकिलिंग करने के लिए जाने वाले आपके बच्चे सभी ट्रैफ़िक संकेतों और संकेतों को समझते हैं और उनका पालन करते हैं. 10 वर्ष तक के बच्चों को फुटपाथ पर साइकलिंग करनी चाहिए.
  • फुटपाथ, ड्राइव वे या पार्किंग स्थल से मुख्य सड़क में जाने से पहले बाएं, दाएं और बाएं जरूर देखें.
  • सड़क पर साइकिल चलाते समय बच्चों को सड़क के पास एक सीधी रेखा में होना चाहिए. बच्चों और उनके साथ बड़े लोगों को यातायात के विपरीत चलने की बजाय साथ चलना चाहिए. बच्चों को शाम या रात के समय साइकलिंग नहीं चलानी चाहिए क्योंकि इसी समय सबसे अधिक घातक दुर्घटनाएं होती हैं.
  • तड़के सुबह साइकलिंग करते समय साइकिल की लाइट जला देनी चाहिए और बच्चे को हल्के या reflection वाले कपड़े पहनने चाहिए.
स्केटिंग, साइकिलिंग के लिए जरूरी टिप्स. फाइल फोटो
स्केटिंग, साइकिलिंग के लिए जरूरी टिप्स. फाइल फोटो


जिन मार्गों पर सीसीटीवी हों वहीं करें स्केटिंग, साइकिलिंग और दौड़ : हर माता पिता को यह देखना चाहिए कि उनका बेटा जो साइकलिंग या स्केटिंग करता हो या दौड़ लगाता हो तो उसे ऐसा स्थान चुनना चाहिए जहां सुरक्षा के लिहाज से सभी इंतजाम हों. यानि जिन स्थानों, सड़कों और पार्कों में सीसीटीवी कैमरे लगे हों, सुरक्षा गार्ड या पुलिस की मौजूदगी हो तो ऐसे स्थान पर किसी दुर्घटना होने पर समय से मदद मिल सकती है. इसके अलावा दुर्घटना करने वाले व्यक्ति का भी सुराग आसानी से मिल सकेगा. हालांकि मंगलवार को एएसपी का बेटा जिस जगह पर स्केटिंग कर रहा था, वहां एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं था. लिहाजा आरोपी गाड़ी चालक को ढूंढने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने भी कहा है कि बच्चों की सुरक्षा की एक बार फिर समीक्षा की जाएगी. जिन इलाकों में ऐसे बच्चे जो खेल कूद या एथलीट्स करते हैं वहां सुरक्षा के इंतजाम कराए जाएंगे.


यह भी पढ़ें : ASP के बेटे को टक्कर मारने वाली गाड़ी 200 की स्पीड से भाग रही थी, सीसीटीवी फुटेज में दिखी वारदात

एक्सयूवी की स्पीड चेक करने की चाह ने ले ली एएसपी के बेटे की जान, सपा नेता और ज्वैलर्स का बेटा गिरफ्तार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.