लखनऊ: यूपी बोर्ड मेधावी सम्मान योजना में लखनऊ भी बड़ी छलांग लगाने की तैयारी कर रहा है. लखनऊ का शिक्षा विभाग शासकीय और अशासकीय मान्यता प्राप्त विद्यालयों से मेधावी विद्यार्थी तलाशने के लिए मिशन टॉपर योजना पर काम कर रहा है.
उत्तर प्रदेश सरकार हर साल यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटर परीक्षा के टॉपर को सम्मानित करती है. प्रथम स्थान पाने वाले टॉपर को एक लाख नकद पुरस्कार दिया जाता है. साथ ही छात्र के विद्यालय से गांव तक पक्की सड़क का निर्माण किया जाता है. लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाई जाने वाली सड़क का नामकरण भी टॉपर विद्यार्थी के नाम पर ही किया जाता है.
ये भी पढ़ें- पुलिस लिंचिंग पर नकली गांधी एंड कंपनी ने एक शब्द भी नहीं बोला : श्रीकांत शर्मा
दूसरे और तीसरे नंबर पर आने वाले मेधावी विद्यार्थियों को भी इसी तरह से पारितोषिक दिए जाते हैं. पक्की सड़क का निर्माण 20-20 मेधावियों के घर से स्कूल तक किया जाता है. लखनऊ के शिक्षा अधिकारियों ने इस योजना के तहत अनूठी पहल करते हुए 'मिशन टॉपर' कार्यक्रम शुरू किया है.
इस कार्यक्रम के तहत लखनऊ के सभी विद्यालयों में दो बार प्री बोर्ड एग्जाम कराए जा रहे हैं. इन परीक्षाओं में श्रेष्ठ अंक पाने वाले विद्यार्थियों का समूह तैयार किया जा रहा है, जिन्हें अलग से बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी. विशेष कक्षाओं में ऐसे विद्यार्थियों को विषय विशेषज्ञ शिक्षक परीक्षा की तैयारी कराएंगे, जिससे वह बोर्ड की परीक्षा में ज्यादा से ज्यादा अंक प्राप्त कर टॉपर्स में अपना नाम दर्ज करा सकें.
ये भी पढ़ें- मेरठ: 30 पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने का किया गया प्रयास, पुलिस ने जारी किया वीडियो
शिक्षा अधिकारियों की इस पहल का आम लोग भी स्वागत कर रहे हैं. वहीं लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक का मानना है कि यह बेहद चुनौती भरा काम है, लेकिन इसके परिणाम सुखद रहने की आशा है. उन्होंने बताया कि हमारी इस तैयारी से यूपी के टॉपर्स में लखनऊ के बच्चों के शामिल होने की संभावना तो बढ़ेगी, साथ ही ऐसे बच्चे अपनी प्रतिभा के बूते पर भविष्य में उच्च कक्षाओं में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे.