लखनऊ: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार के लॉकडाउन-5.0 के फैसले को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि जब देश में 551 कोरोना वायरस संक्रमित थे, तब शत प्रतिशत लॉकडाउन लागू किया गया था, लेकिन अब तकरीबन 2 लाख संक्रमित मामले पर लॉकडाउन हटाने का फैसला चौंकाने वाला है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना होगा कि इन दिनों में से कौन सा फैसला उनका सही है.
मीडिया को संबोधित करते प्रमोद तिवारी ने पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी असफलता कोरोना संक्रमण विभीषिका के दौरान देखने को मिली है. उत्तर प्रदेश में जिस तरह से पिछले दिनों में लोगों ने चिट्ठी लिखकर आत्महत्या की है. वह सरकार के फेल होने का सबसे बड़ा प्रमाण पत्र है.
प्रमोद तिवारी ने गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर भी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज डॉलर रुपये के मुकाबले निम्नतम स्तर से भी नीचे गिर चुका है. उन्होंने याद दिलाया कि पीएम मोदी ने कहा था कि जब रुपया गिरता है तो देश का मान गिरता है. ताज्जुब है कि आज उन्हें (पीएम मोदी) इसकी चिंता नहीं सता रही है.
कांग्रेस नेता ने सरकार पर तंज कसते कहा कि जब देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 551 के आसपास थी तो पीएम ने देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी, लेकिन आज प्रतिदिन 8 हजार मामले आने पर लॉकडाउन हटाया जा रहा है. उन्होंने पीएम मोदी से सवाल पूछते कहा कि सरकार को बताना होगा कि उनका कौन सा फैसला सही है.
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