लखनऊ: भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान के वरिष्ठ सलाहकार प्रदीप कुमार अरोड़ा ने कहा कि शिक्षित युवा वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार द्वारा दर्जनों निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाए रहे हैं, लेकिन युवा वर्ग को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण के साथ ही मार्गदर्शन के लिए चलाई जा रही योजनाओं का भी लाभ लेना चाहिए.
बता दें कि राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान के वरिष्ठ सलाहकार प्रदीप कुमार अरोड़ा गुरुवार को सरोजनीनगर के स्कूटर्स इण्डिया चैराहे के निकट देवलोक कॉलोनी स्थित सहयोग परिवार परिसर में आयोजित 'प्रधानमंत्री युवा उद्यमिता विकास योजना' के तहत आयोजित तीन दिवसीय मेन्टरिंग कैंप के दूसरे दिन प्रतिभगियों को संबोधित किया.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार युवा वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दर्जनों योजनाओं चला रही है. युवा वर्ग को अपनी व दूसरों की बेरोजगारी दूर करने के लिए अपने अंदर ललक पैदा करनी होगी. इसके बाद ही वह अपने साथ दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं.
प्रदीप कुमार अरोड़ा ने बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों के दौरान प्रतिभागियों को पंजीकरण से लेकर स्थापना तक सभी जानकारी दी जाती है, लेकिन इसके बाद भी यदि उनमें जानकारी का अभाव है तो उन्हें प्रधानमंत्री युवा उद्यमिता विकास कार्यक्रम में सभी जानकारियां दी जा रही हैं. उन्होंने बताया कि इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री युवा उद्यमिता विकास योजना के तहत अपना उद्यम स्थापित करने के लिए व्यवसाय का पंजीकरण, आवश्यक पूंजी जुटाने के साधन, बैंक से लोन लेने के लिए आवश्यक प्रपत्र एवं ऋण योजनाओं की जानकारी दी जा रही है. इस मौके पर सहयोग परिवार के अध्यक्ष राज किशोर ने भी अपना अनुभव साझा किया.