ETV Bharat / state

चीनी सामान पर लगी रोक तो खुश हुए कुम्हार, जानें वजह...

author img

By

Published : Oct 16, 2020, 5:39 PM IST

चीन से तनाव के बाद चीनी सामान के आयात पर लगी रोक से कुम्हार खुश हैं. राजधानी लखनऊ के कुम्हारों को इस बार दीपावली के मौके पर ज्यादा व्यापार होने की उम्मीद है. उनका कहना है कि आयात पर लगी रोक के कारण चाइना का माल नहीं आ पाएगा जिसके कारण उनके मिट्टी के दिए और बर्तन इस बार बिकेंगे.

चीनी सामान पर लगी रोक तो खुश हुए कुम्हार
चीनी सामान पर लगी रोक तो खुश हुए कुम्हार

लखनऊ: विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है. कोरोना से कोई भी देश बच नहीं पाया है. भारत में भी कोरोना के कारण लॉकडाउन लगाया गया था. अब धीरे-धीरे लॉकडाउन में सरकार की तरफ से छूट दी जा रही है. कोरोना के कारण लागू किए गए लॉकडाउन का असर व्यापार पर भी पड़ा. ज्यादातर लोगों का व्यापार कोरोना के चलते ठप हो गया. इसी बीच गलवान घाटी में हुए विवाद की वजह से चीन से उपजे तनाव के चलते सरकार ने कई चीनी एप और सामानों के आयात और निर्यात पर रोक लगा दी. चीनी सामानों पर लगी रोक के बाद अब कुम्हारों के चेहरे पर खुशी का माहौल है. कुम्हारों का कहना है कि कोरोना काल में उपजी स्थितियों के बाद अब उन्हें व्यापार के संभलने की आशा है. कुम्हारों का कहना है कि चीनी सामानों पर लगी रोक के कारण उनके मिट्टी के दिए और बर्तन इस बार बिकेंगे.

मिट्टी के खिलौने बनाती महिला.
मिट्टी के खिलौने बनाती महिला.

ईटीवी भारत की टीम ने कुम्हारों से की बात.

दीपावली का त्यौहार इस बार मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों के लिए काफी बेहतर साबित होने वाला है. उनका मानना है कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने चाइना के सामान रोक लगाई है, उसको लेकर व्यापार में इस बार काफी सुधार होना है क्योंकि अभी तक भारत में चाइना का माल इस कदर बिकता था कि लोग मिट्टी के बने सामानों को कम खरीदते थे. इससे रोजगार दिन पर दिन कम होता जा रहा था. इसी को लेकर आज ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी लखनऊ के खदरा स्थित कुम्हारन टोला में बर्तन बनाने वाले कुम्हारों से बात की.

दीवाली के लिए तैयार मिट्टी का सामान.
दीवाली के लिए तैयार मिट्टी का सामान.

कुम्हार बोले- 'ज्यादा बिकेंगे मिट्टी के दिये'

कुम्हार राजकुमार प्रजापति ने बताया कि जिस तरह से सरकार ने चाइना का व्यापार बंद कराया है. उसके बाद सरकार के फैसले का काफी असर देखने को मिलेगा. दीपावली पर ज्यादातर लोग चाइना के सामान की खरीदारी किया करते थे, लेकिन इस बार चाइना के सामान पर रोक लगने के बाद कहीं ना कहीं लोग स्वदेशी मिट्टी के सामानों को खरीदेंगे. उन्होंने कहा कि दीपावली का त्यौहार ऐसा त्यौहार है जो हर कोई मनाता है और दीपक भी जलाता है. इस बार व्यापार में अच्छी खासी बढ़त देखने को मिलेगी. राजकुमार प्रजापति का कहना है कि इसी को लेकर इस बार हम लोगों ने हर बार की अपेक्षा मिट्टी के दीपक और दीपावली से जुड़े अन्य समानों को ज्यादा मात्ना में बनाकर मार्केट में सप्लाई किया है. उन्होंने यह भी बताया कि इस बार व्यापारी भी दीपावली पर ज्यादा माल खरीद रहे हैं.

दीवाली के लिए तैयार मिट्टी का सामान.
दीवाली के लिए तैयार मिट्टी का सामान.

व्यापार में आ गई थी कमी

राजकुमार प्रजापति ने अपना दर्द जाहिर करते हुए यह भी बताया कि जिस तरह से दिन पर दिन लोग चाइना के माल की ही खरीदारी करने लगे थे. इसके कारण उनके व्यापार में काफी कमी आ गई थी. वहीं मिट्टी की कमी के कारण भी व्यापार खत्म होता जा रहा है, यह काफी चिंता का विषय है. इस वजह से ज्यादातर कुम्हारों ने अपना काम भी छोड़ दिया है. इस समय उनका घर परिवार पालना भी मुश्किल हो गया है क्योंकि मिट्टी मिल पाना काफी मुश्किल होता जा रहा है.


'कुम्हारों के लिए इलेक्ट्रॉनिक चॉक योजना' साबित हुई है मददगार

इस दौरान कुम्हार रमेश प्रजापति ने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई 'कुम्हारों के लिए इलेक्ट्रॉनिक चॉक योजना' की भी तारीफ की है. उनका कहना था कि जबसे इलेक्ट्रॉनिक चॉक आई है उसके बाद से काम करने में काफी आसानी होने लगी है क्योंकि पहले जितना समय काम करने में लगता था अब उतना समय काम करने में नहीं लगता है. इसके अलावा मार्जिन भी पहले से काफी ज्यादा है. उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक चॉक में 1 दिन में सौ रुपये की बिजली की खपत होती है और लगभग 500 रुपये का माल तैयार होता है. कुम्हार रमेश प्रजापति को भी इस बार दीपावली को लेकर अच्छे व्यापार की उम्मीद है.

दुकानदारों को भी अच्छे व्यापार की उम्मीद

वही डालीगंज स्थित दुकानदार मोहम्मद हलीम ने बताया कि इस बार सभी दुकानदार दीपावली में अच्छे व्यापार की उम्मीद कर रहे हैं. उनका मानना है कि चीनी सामान के आयात पर रोक लगने के बाद इस बार ग्राहक मिट्टी के बर्तनों में ज्यादा रुचि ले रहे हैं. काफी ग्राहक अब मिट्टी के बर्तनों को लेने के लिए आ रहे हैं. इससे लगता है कि दिवाली के त्यौहार में अच्छा व्यापार होगा, इसलिए हर बार की अपेक्षा इस साल दीपावली का सामान बेचने के लिए ज्यादा लाए हैं.

लखनऊ: विश्व में कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है. कोरोना से कोई भी देश बच नहीं पाया है. भारत में भी कोरोना के कारण लॉकडाउन लगाया गया था. अब धीरे-धीरे लॉकडाउन में सरकार की तरफ से छूट दी जा रही है. कोरोना के कारण लागू किए गए लॉकडाउन का असर व्यापार पर भी पड़ा. ज्यादातर लोगों का व्यापार कोरोना के चलते ठप हो गया. इसी बीच गलवान घाटी में हुए विवाद की वजह से चीन से उपजे तनाव के चलते सरकार ने कई चीनी एप और सामानों के आयात और निर्यात पर रोक लगा दी. चीनी सामानों पर लगी रोक के बाद अब कुम्हारों के चेहरे पर खुशी का माहौल है. कुम्हारों का कहना है कि कोरोना काल में उपजी स्थितियों के बाद अब उन्हें व्यापार के संभलने की आशा है. कुम्हारों का कहना है कि चीनी सामानों पर लगी रोक के कारण उनके मिट्टी के दिए और बर्तन इस बार बिकेंगे.

मिट्टी के खिलौने बनाती महिला.
मिट्टी के खिलौने बनाती महिला.

ईटीवी भारत की टीम ने कुम्हारों से की बात.

दीपावली का त्यौहार इस बार मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों के लिए काफी बेहतर साबित होने वाला है. उनका मानना है कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने चाइना के सामान रोक लगाई है, उसको लेकर व्यापार में इस बार काफी सुधार होना है क्योंकि अभी तक भारत में चाइना का माल इस कदर बिकता था कि लोग मिट्टी के बने सामानों को कम खरीदते थे. इससे रोजगार दिन पर दिन कम होता जा रहा था. इसी को लेकर आज ईटीवी भारत की टीम ने राजधानी लखनऊ के खदरा स्थित कुम्हारन टोला में बर्तन बनाने वाले कुम्हारों से बात की.

दीवाली के लिए तैयार मिट्टी का सामान.
दीवाली के लिए तैयार मिट्टी का सामान.

कुम्हार बोले- 'ज्यादा बिकेंगे मिट्टी के दिये'

कुम्हार राजकुमार प्रजापति ने बताया कि जिस तरह से सरकार ने चाइना का व्यापार बंद कराया है. उसके बाद सरकार के फैसले का काफी असर देखने को मिलेगा. दीपावली पर ज्यादातर लोग चाइना के सामान की खरीदारी किया करते थे, लेकिन इस बार चाइना के सामान पर रोक लगने के बाद कहीं ना कहीं लोग स्वदेशी मिट्टी के सामानों को खरीदेंगे. उन्होंने कहा कि दीपावली का त्यौहार ऐसा त्यौहार है जो हर कोई मनाता है और दीपक भी जलाता है. इस बार व्यापार में अच्छी खासी बढ़त देखने को मिलेगी. राजकुमार प्रजापति का कहना है कि इसी को लेकर इस बार हम लोगों ने हर बार की अपेक्षा मिट्टी के दीपक और दीपावली से जुड़े अन्य समानों को ज्यादा मात्ना में बनाकर मार्केट में सप्लाई किया है. उन्होंने यह भी बताया कि इस बार व्यापारी भी दीपावली पर ज्यादा माल खरीद रहे हैं.

दीवाली के लिए तैयार मिट्टी का सामान.
दीवाली के लिए तैयार मिट्टी का सामान.

व्यापार में आ गई थी कमी

राजकुमार प्रजापति ने अपना दर्द जाहिर करते हुए यह भी बताया कि जिस तरह से दिन पर दिन लोग चाइना के माल की ही खरीदारी करने लगे थे. इसके कारण उनके व्यापार में काफी कमी आ गई थी. वहीं मिट्टी की कमी के कारण भी व्यापार खत्म होता जा रहा है, यह काफी चिंता का विषय है. इस वजह से ज्यादातर कुम्हारों ने अपना काम भी छोड़ दिया है. इस समय उनका घर परिवार पालना भी मुश्किल हो गया है क्योंकि मिट्टी मिल पाना काफी मुश्किल होता जा रहा है.


'कुम्हारों के लिए इलेक्ट्रॉनिक चॉक योजना' साबित हुई है मददगार

इस दौरान कुम्हार रमेश प्रजापति ने केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई 'कुम्हारों के लिए इलेक्ट्रॉनिक चॉक योजना' की भी तारीफ की है. उनका कहना था कि जबसे इलेक्ट्रॉनिक चॉक आई है उसके बाद से काम करने में काफी आसानी होने लगी है क्योंकि पहले जितना समय काम करने में लगता था अब उतना समय काम करने में नहीं लगता है. इसके अलावा मार्जिन भी पहले से काफी ज्यादा है. उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक चॉक में 1 दिन में सौ रुपये की बिजली की खपत होती है और लगभग 500 रुपये का माल तैयार होता है. कुम्हार रमेश प्रजापति को भी इस बार दीपावली को लेकर अच्छे व्यापार की उम्मीद है.

दुकानदारों को भी अच्छे व्यापार की उम्मीद

वही डालीगंज स्थित दुकानदार मोहम्मद हलीम ने बताया कि इस बार सभी दुकानदार दीपावली में अच्छे व्यापार की उम्मीद कर रहे हैं. उनका मानना है कि चीनी सामान के आयात पर रोक लगने के बाद इस बार ग्राहक मिट्टी के बर्तनों में ज्यादा रुचि ले रहे हैं. काफी ग्राहक अब मिट्टी के बर्तनों को लेने के लिए आ रहे हैं. इससे लगता है कि दिवाली के त्यौहार में अच्छा व्यापार होगा, इसलिए हर बार की अपेक्षा इस साल दीपावली का सामान बेचने के लिए ज्यादा लाए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.