लखनऊ : बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (BBAU) में बुधवार को एक विवादित पोस्टर सामने आने पर जमकर हंगामा हुआ. यह पोस्टर आंबेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट्स यूनियन की तरफ से लगवाए गए हैं. इन विवादित पोस्टरों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की ओर से जमकर हंगामा किया गया.
एबीवीपी ने इन्हें तत्काल पूरे परिषद से हटवाए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इन पोस्टरों में हिंदू देवी-देवताओं को लेकर टिप्पणियां की गईं हैं. पोस्टर में 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में ली गई 22 प्रतिज्ञाएं दिखाई गई हैं. उधर, विवाद के बाद हरकत में आए विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से प्रॉक्टोरियल बोर्ड की मीटिंग बुलाई गई है. प्रवक्ता डॉ. रचना गंगवार ने बताया कि इस पूरे प्रकरण पर आगे की कार्यवाही के संबंध में जल्द ही फैसला लिया जाएगा.
गौरतलब है कि 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने अपने लाखों समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म ग्रहण किया. इस मौके पर उन्होंने जो 22 प्रतिज्ञाएं लीं. उससे हिंदू धर्म और उसकी पूजा पद्धति को उन्होंने पूर्ण रूप से त्याग दिया. डॉक्टर अंबेडकर के साथ लाखों दलितों ने बौद्ध धर्म अपनाया और ये पूरी दुनिया में धर्म परिवर्तन की सबसे बड़ी घटना थी.
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हालांकि खुद उन्होंने इसे धर्म परिवर्तन नहीं बल्कि धर्म-जनित शारीरिक, मानसिक व आर्थिक दासता से मुक्ति बताया. उनकी इन 22 प्रतिज्ञा को बीबीएयू कैंपस में लगाया गया है.
ऐसे भड़क उठा गुस्सा
ABVP के बैनर तले छात्र आंबेडकर भवन में कुलपति से इस विवादित पोस्टर को लेके ज्ञापन देने गए थे. छात्रों के ही कुलपति कार्यालय से निकल गए. इससे छात्र को आक्रोशित हो गए और जमकर नारेबाज़ी करने लगे. मामला बिगड़ते देख विश्वविद्यालय प्रशासन ने आशियाना थाना से पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस के आते छात्र और गुस्सा गए. छात्र नारे लगाने लगे, "वीसी तुमको आना होगा नहीं तो वापस जाना होगा ".
छात्रों का कहना था कि पोस्टर लगाने वाला लॉ विभाग का एलएलबी का छात्र हैं. उसकी पोस्टर लगाते हुए फ़ोटो और वीडियो वायरल हो रहीं हैं. इस दौरान प्रॉक्टर प्रो. बी.बी मालिक मौके पर पहुंच और छात्रों से मिले. उन्होंने आश्वासन दिया कि तत्काल पोस्टर हटवाए जाएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.