लखनऊ: देश में कोविड की तीसरी लहर को लेकर आशंका जताई गई है. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए विशेषज्ञों की समिति बनाई थी. समिति ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है. समिति के मुताबिक प्रदेश में अगस्त से अक्टूबर के बीच तीसरी लहर आ सकती है. समिति ने इसको लेकर तैयारी करने का भी सुझाव दिया है.
यह भी पढ़ें-ग्रामीण क्षेत्र में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की आवश्यकता: योगी
सलाहकार समिति ने सौंपी रिपोर्ट
बता दें कि शासन ने चार मई को सलाहकार समिति का गठन किया था. इस समिति ने मंथन करने के बाद संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार को लेकर अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी है. रिपोर्ट में अगस्त से अक्टूबर के बीच तीसरी लहर को लेकर आशंका जताई है. खासकर बच्चों को इस लहर में खतरा अधिक बताया है. साथ ही 01 से 20 साल तक के लोगों में संक्रमण की दर अधिक होने की संभावना जताई है.
प्रमुख सचिव ने रणनिति बनाने के दिए निर्देश
समिति की रिपोर्ट के बाद शासन प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने उपचार एवं प्रभावी नियंत्रण को लेकर पुख्ता रणनीति बनाने के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति, स्थानों के निदेशक एवं मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य को जल्द पीआईसीयू का निर्माण पूरा कराने का निर्देश दिया है.