लखनऊ : यूपी के पॉलिटेक्निक के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में नंबर बढ़ाने का खेल सामने आने के बाद विभाग कुंभकरण की नींद से जागा है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने उत्तर पुस्तिकाओं में मोबाइल नंबर लिखने वाले करीब 500 छात्रों को यूएफएम (Unfair Means) के तहत नकल की कार्रवाई करते हुए. ऐसे सभी छात्रों की कॉपियां को मूल्यांकन से हटाने के निर्देश दिए हैं. वहीं दूसरी ओर छात्र को वीडियो कॉल कर उत्तर पुस्तिका दिखाने वाले परीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर उसे इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही जिस मूल्यांकन केंद्र पर यह परीक्षक मूल्यांकन कर रहा था वहां पर उसको भी कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है.
प्राविधिक शिक्षा परिषद सचिव अजित कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपी परीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही मूल्यांकन केंद्र के पर्यवेक्षक समेत राजकीय पॉलिटेक्निक के अपर मुख्य नियंत्रक यानी प्रधानाचार्य से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. इस मामले में अगले 24 घंटे के भीतर कार्रवाई कर परिषद को सूचित करने के निर्देश दिए हैं. मूल्यांकन केंद्र पर परीक्षक सीसीटीवी की निगरानी में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच नहीं कर रहा था. यह भी परिषद के नियमों के विरुद्ध है.
प्राविधिक शिक्षा परिषद ने बताया कि साल 2018-19 में परीक्षा समिति की बैठक में अभ्यर्थियों की कॉपी में अगर मोबाइल नंबर लिखा हुआ पाया जाता है तो उनका परिणाम रोकने का आदेश है. नियमानुसार अगर किसी उत्तर पुस्तिका में अगर परीक्षक को मोबाइल नंबर लिखा हुआ मिलता है तो ऐसे छात्रों के मूल्यांकन को रोकते हुए उन्हें उत्तर पुस्तिका को डीबार करना होता है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है. इसके बाद भी उत्तर पुस्तिका में लगातार मोबाइल नंबर अभ्यर्थियों द्वारा लिखा जा रहा है. जिस कारण यह घटना सामने आया है. प्रारंभिक जांच में करीब 500 से ज्यादा अभ्यर्थियों के कॉपियां में मोबाइल नंबर दर्ज होने की सूचना प्राप्त हुई है. इन सभी अभ्यर्थियों के रिजल्ट विदहेल्ड (result withheld) किया गया है.