लखनऊ: यूपी में चार चरणों के मतदान के बाद अब 5वें चरण में अवध और पूर्वांचल की सीटों पर आगामी 27 फरवरी को मतदान होना है. इस चरण में 11 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर कुल 693 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. बता दें कि इसी चरण में राम नगरी अयोध्या से लेकर प्रयागराज और चित्रकूट जैसे धार्मिक क्षेत्रों में मतदान होने हैं. वहीं, भाजपा के लिए अपने दुर्ग को बचाए रखने की चुनौती है तो सपा, बसपा और कांग्रेस यहां सत्ता में वापसी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. हालांकि प्रदेश में बदले सियसी परिदृश्य के बीच भाजपा के लिए अपने पिछले नतीजों को दोहराना आसान नहीं दिख रहा है तो वहीं, सपा गठबंधन के लिए भी चुनौतियों की भरमार है. ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस के सामने अमेठी और रायबरेली जैसे अपने दुर्ग को बचाने की है.
खैर, अमेठी में राहुल गांधी को 2019 में हार का मुंह देखना पड़ा था. ऐसे में कांग्रेस हर हाल में अमेठी में वापसी की कोशिश कर रही है. लेकिन बसपा भी इस चरण में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने को बेताब है, क्योंकि उसके सामने भी करो या मरो वाली स्थिति है. दरअसल, इस चरण में अयोध्या के साथ ही गांधी परिवार का गढ़ रहे अमेठी की सीटों पर सियासी पार्टियों की परीक्षा होनी है तो रायबरेली की एक सीट भी इसी चरण में शामिल है. सुलतानपुर, अयोध्या, अमेठी, बाराबंकी जैसे अवध के जिले हैं तो पूर्वांचल के तराई बेल्ट के तहत आने वाले बहराइच, गोंडा और श्रावस्ती जैसे अहम जिलों की सीटें भी हैं. इसके अलावा प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशंबी जिलों की सीटों के साथ ही बुंदलेखंड के चित्रकूट जिले की भी दो सीटें शामिल हैं.
भाजपा ने इन सीटों पर किया था क्लीन स्वीप
5वें चरण की जिन 61 विधानसभा सीटों पर मतदान होने हैं, उनमें से 90% सीटों पर भाजपा और अपना दल गठबंधन का कब्जा है. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में इन 60 सीटों में से 51 सीटों पर भाजपा ने तो दो सीटों पर उसके सहयोगी अपना दल (एस) को जीत मिली थी. वहीं, यहां समाजवादी पार्टी के खाते में 5 तो कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी. इसके अलावा यहां 2 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों को जीत मिली थी. लेकिन बसपा यहां अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी.
होगी योगी के मंत्रियों की अग्निपरीक्षा
इस चरण के चुनाव में योगी सरकार के कई मंत्रियों की भी अग्निपरीक्षा होगी. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सिराथू विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं तो कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह पट्टी विधानसभा सीट से मैदान में हैं. इसके अलावा कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहबाद पश्चिम से प्रत्याशी हैं तो नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी इलाहाबाद दक्षिण, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री मनकापुर सुरक्षित सीट से और राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट सदर से चुनाव लड़ रहे हैं. योगी सरकार के मंत्री रहे मुकुट बिहारी की जगह उनके बेटे को अबकी पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है.
प्रतापगढ़ में होगी राजा भैया की अग्निपरीक्षा
प्रतापगढ़ जिले की सियासत के बेताज बादशाह कहे जाने वाले कुंडा से निर्दलीय विधायक व पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया अबकी अपनी जनसत्ता पार्टी से चुनावी मैदान में हैं. राजा भैया और बगल की बाबागंज सुरक्षित सीट से विनोद सरोज भी जनसत्ता दल से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, राजा भैया के खिलाफ डेढ़ दशक के बाद समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी दिया है. कुंडा विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने कभी राजा भैया के करीबी रहे गुलशन यादव को उनके खिलाफ मैदान में उतारा है.
दांव पर लगी दिग्गजों की प्रतिष्ठा
5वें चरण में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल प्रतापगढ़ सदर और बहन पल्लवी पटेल सिराथू विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. मां और बहन दोनों ही सपा गठबंधन से चुनाव लड़ रही हैं, जबकि अनुप्रिया पटेल भाजपा के साथ मिलकर चुनावी मैदान में हैं. इधर, अयोध्या विधानसभा सीट पर सपा के दिग्गज नेता तेजनारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय की किस्मत दांव पर लगी है तो रामपुर खास सीट पर कांग्रेस से आराधना मिश्रा मैदान में हैं, जो प्रमोद तिवारी की बेटी हैं.
यहां चुनावी मैदान में उतरे पति-पत्नी
बहराइच की दो विधानसभा सीटों पर पति-पत्नी चुनाव लड़ रहे हैं और दोनों एक ही पार्टी से हैं. ऐसे में दोनों जीतेंगे तो एक ही घर से दो विधायक बनेंगे. बहराइच की मटेरा विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने अपने विधायक यासिर शाह की पत्नी मारिया शाह को मैदान में उतारा है. पिछली बार इस सीट से जीते यासिर शाह को पार्टी ने बहराइच सदर विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है. वहीं इस चरण में 61 सीटों पर विभिन्न दलों के 48 मौजूदा विधायक मैदान में हैं, जबकि शेष 13 विधानसभा सीटों पर टिकट काटे गए हैं. वहीं, कई दलबदलू नेता भी चुनावी मैदान में हैं. हंडिया विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हाकिम लाल 2017 में बसपा से विधायक बने थे.
5वें चरण की तीन सीटों पर विधायक का मुकाबला विधायक से है. फूलपुर विधानसभा सीट पर भाजपा के विधायक प्रवीण सिंह पटेल हैं तो उनके सामने बसपा से सपा में आए विधायक मुजतबा सिद्धीकी ताल ठोंक रहे हैं. वह प्रतापपुर से पिछली बार जीते थे. इसके अलावा बहराइच सदर से भाजपा विधायक अनुपमा जयसवाल और सपा विधायक यासर शाह आमने सामने हैं. ये दोनों मंत्री भी रह चुके हैं. प्रतापगढ़ की रानीगंज विधानसभा सीट पर भाजपा के धीरेंद्र ओझा विधायक हैं और वो एक बार फिर से चुनावी मैदान में हैं, जिनके सामने सपा ने आरके वर्मा को उतारा है. बता दें कि वर्मा 2017 में विश्वनाथगंज विधानसभा सीट से अपना दल (एस) के टिकट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन सपा का दामन थामकर रानीगंज सीट से चुनावी मैदान में हैं.
5वें चरण की 61 विधानसभा सीटें
178-तिलोई, 181-सलोन (अ0जा0), 184-जगदीशपुर (अ0जा0), 185-गौरीगंज, 186-अमेठी, 187-इसौली, 188-सुल्तानपुर, 189- सदर, 190-लम्भुआ, 191-कादीपुर (अ0जा0), 236-चित्रकूट, 237-मानिकपुर, 244-रामपुर खास, 245-बाबागंज (अ0जा0), 246-कुण्डा, 247-विश्वनाथ गंज, 248-प्रतापगढ़, 249-पट्टी, 250-रानीगंज शामिल हैं। इसी तरह 251-सिराथू, 252-मंझनपुर (अ0जा0), 253-चायल, 254-फाफामऊ, 255- सोरावं (अ0जा0), 256-फूलपुर, 257-प्रतापपुर, 258-हण्डिया, 259-मेजा, 260-करछना, 261- इलाहाबाद पश्चिम, 262-इलाहाबाद उत्तर, 263-इलाहाबाद दक्षिण, 264-बारा (अ0जा0), 265-कोरावं (अ0जा0),
266-कुर्सी, 267-राम नगर, 268-बाराबंकी, 269-जैदपुर (अ0जा0), 270-दरियाबाद, 271-रूदौली, 272-हैदरगढ़ (अ0जा0), 273-मिल्कीपुर (अ0जा0), 274- बीकापुर, 275-अयोध्या, 276-गोसाईगंज, 282-बलहा (अ0जा0), 283-नानपारा, 284-मटेरा,285-महसी, 286-बहराइच, 287-पयागपुर, 288-कैसरगंज, 289-भिनगा, 290-श्रावस्ती, 295- मेहनौन, 296-गोण्डा, 297-कटरा बाजार, 298-कर्नलगंज, 299-तरबगंज, 300-मनकापुर (अ0जा0) एवं 301-गौरा विधानसभा सीट हैं.
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