लखनऊ : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर की भाजपा नेताओं के साथ हुई मुलाकात ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को और गरमा दिया है. इस मुलाकात की आड़ में कांग्रेसी नेताओं ने समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने अखिलेश यादव की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया है. शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि सपा के महागठबंधन के दो अहम सदस्यों पहले शिवपाल यादव का और अब ओम प्रकाश राजभर का भाजपा नेताओं से मिलना स्पष्ट करता है कि अखिलेश गठबंधन संभाल नहीं पा रहे हैं. उनमें नेतृत्व और सबको सम्मान देते हुए साथ लेकर चलने की क्षमता नहीं है जो उनके पिता मुलायम सिंह यादव में थी. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इस गठबंधन के टूटने की सिर्फ़ औपचारिक घोषणा ही बाकी है, वो अंदर से टूट चुका है. बता दें कि ओम प्रकाश राजभर भाजपा नेता दयाशंकर सिंह और कौशल किशोर से मुलाक़ात की है. इसके बाद से ही कयासों का बाजार गर्म है.
मुसलमान पहले ही हैं नाराज
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों ने भाजपा को हराने के लिए न चाहते हुए भी एक तरफा सपा को वोट दिया और अपने बल पर सपा को 111 सीटें दिलवा दीं. अखिलेश यादव का अपने सजातीय वोटरों पर पकड़ न होने के कारण यादव बहुल सीटों पर भाजपा की जीत हुई. इससे अब मुसलमान भी अखिलेश यादव की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाने लगा है. वहीं यादव समाज भी मानने लगा है कि अखिलेश यादव में मुलायम सिंह का उत्तराधिकारी बनने की योग्यता नहीं है.
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