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डायल 112 सेवा बीमार बुजुर्ग और महिलाओं के लिए बनी वरदान

उत्तर प्रदेश की आपातकालीन पुलिस सेवा डायल 112 (dial 112) को 1 साल से ज्यादा समय हो चुके हैं. इस सेवा में पुलिस, अग्निशमन, मेडिकल और जीवन रक्षा को भी जोड़ा गया है. डायल 112 के प्रभारी एडीजी असीम अरुण ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वर्तमान में साल 2020 में डायल 112 ने 67,85,291 लोगों तक अपनी सेवाएं पहुंचाई हैं.

dial 112
यूपी डायल 112.
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Published : Jan 15, 2021, 6:07 PM IST

लखनऊः डायल 112 (dial 112) सेवा ने जनवरी 2020 से लेकर दिसंबर के बीच में इस सेवा की मदद से 7,33,770 बुजुर्ग महिला और पुरुष ने पंजीकरण कराया है. महिलाओं की मिशन शक्ति के तहत 54,618 महिलाओं तक मदद पहुंचाई गई. इस सेवा का दायरा अब बढ़ने जा रहा है. प्रदेश की इस महत्वकांक्षी सेवा में अब निजी सुरक्षा एजेंसियों को जोड़ा जा रहा है. इसके साथ ही बैंकों की सुरक्षा में भी अब 112 की भूमिका होगी.

डायल 112.

डायल 112 की साल 2020 की उपलब्धियां

उत्तर प्रदेश पुलिस की आपातकालीन सेवा डायल 112 साल 2020 में अपनी उपलब्धियों के लिए चर्चित रही. इस सेवा की मदद से कोरोना के दौरान बहुत से लोगों तक मदद पहुंचाई गई. वहीं इसके माध्यम से जहां बुजुर्ग और बीमार लोगों को दवाएं पहुंचाई गई तो लोगों तक राशन और खाने का पैकेट भी बांटा गया. पूरे साल में 67,85,291 लोगों तक मदद पहुंचाई गई.

बढ़ाया जा रहा है डायल 112 का दायरा

प्रदेश पुलिस की आपातकालीन डायल 112 की सेवा का विस्तार 2021 में हो रहा है. एडीजी असीम अरुण ने बताया कि सेवा में अब प्रदेश की निजी सुरक्षा एजेंसियों को जोड़ा जा रहा है. प्रदेश में बैंकों की सुरक्षा से लेकर ऐतिहासिक इमारतों और एटीएम की सुरक्षा में लगी निजी सुरक्षा एजेंसियों को डायल 112 से जोड़ने के बाद अब यहां होने वाली हर गतिविधि पर पुलिस की नजर होगी. किसी भी तरीके की मदद के लिए तुरंत 112 की सहायता उपलब्ध होगी.

डायल 112 में कार्यरत पुलिस कर्मी.
डायल 112 में कार्यरत पुलिसकर्मी.

बैंकों की सुरक्षा अब होगी मजबूत, मिलेगा 112 का सहारा

बैंक और एटीएम की सुरक्षा को और मजबूत करने की उत्तर प्रदेश के गृह विभाग की कोशिश जारी है. डायल 112 के प्रभारी असीम अरुण ने बताया अब प्रदेश की डायल 112 सेवा को बैंक और एटीएम की सुरक्षा से भी जोड़ा जा रहा है. जिसके जरिए यहां पर किसी भी प्रकार की लूट, आगजनी या डकैती जैसी घटना होने पर तुरंत अलार्म बजते ही डायल 112 की पुलिस मौके पर होगी. इन घटनाओं को रोकने के लिए और बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए डायल 112 के विस्तार की योजना पर काम शुरू हो चुका है.

बुजुर्गों के लिए वरदान बनी सवेरा योजना

डायल 112 की सवेरा योजना बुजुर्गों के जीवन में उजाला भरने का काम कर रही है. इस सेवा के तहत बुजुर्ग महिलाओं, पुरुषों को त्वरित सहायता पहुंचाने और उनको सुरक्षा का एहसास दिलाने के लिए उन्हें पंजीकरण कराना होगा. वहीं अब तक इस सेवा में 7,33,770 बुजुर्ग महिला और पुरुष ने अपना पंजीकरण कराया है. इसके माध्यम से इन लोगों तक डायल 112 की मदद पहुंचाई जा रही है.

डायल 112 में कार्यरत पुलिस कर्मी.
डायल 112 में कार्यरत पुलिसकर्मी.

मिशन शक्ति योजना में डायल 112 की उपलब्धि

महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए सरकार की मिशन शक्ति योजना के तहत 54,618 महिलाओं को डायल 112 ने मदद पहुंचाई. महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए डायल 112 की तरफ से गांव-गांव जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसमें महिलाएं बड़ी संख्या में हिस्सा ले रही हैं.

घरेलू हिंसा की घटनाओं को रोकने में कामयाब हुई सेवा

पूरे प्रदेश में महिलाओं के प्रति होने वाली घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए सरकार की मिशन शक्ति के अतिरिक्त योजना शुरू की गई है. घरेलू हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए प्रबल प्रतिक्रिया नाम की सेवा डायल 112 की तरफ से शुरू की गई है. इसके तहत हिंसा से पीड़ित महिलाओं का पंजीकरण किया जा रहा है. जनवरी से दिसंबर तक हिंसा से पीड़ित 3,13,941 महिलाओं तक मदद पहुंचाने का कार्य किया गया है.

लखनऊः डायल 112 (dial 112) सेवा ने जनवरी 2020 से लेकर दिसंबर के बीच में इस सेवा की मदद से 7,33,770 बुजुर्ग महिला और पुरुष ने पंजीकरण कराया है. महिलाओं की मिशन शक्ति के तहत 54,618 महिलाओं तक मदद पहुंचाई गई. इस सेवा का दायरा अब बढ़ने जा रहा है. प्रदेश की इस महत्वकांक्षी सेवा में अब निजी सुरक्षा एजेंसियों को जोड़ा जा रहा है. इसके साथ ही बैंकों की सुरक्षा में भी अब 112 की भूमिका होगी.

डायल 112.

डायल 112 की साल 2020 की उपलब्धियां

उत्तर प्रदेश पुलिस की आपातकालीन सेवा डायल 112 साल 2020 में अपनी उपलब्धियों के लिए चर्चित रही. इस सेवा की मदद से कोरोना के दौरान बहुत से लोगों तक मदद पहुंचाई गई. वहीं इसके माध्यम से जहां बुजुर्ग और बीमार लोगों को दवाएं पहुंचाई गई तो लोगों तक राशन और खाने का पैकेट भी बांटा गया. पूरे साल में 67,85,291 लोगों तक मदद पहुंचाई गई.

बढ़ाया जा रहा है डायल 112 का दायरा

प्रदेश पुलिस की आपातकालीन डायल 112 की सेवा का विस्तार 2021 में हो रहा है. एडीजी असीम अरुण ने बताया कि सेवा में अब प्रदेश की निजी सुरक्षा एजेंसियों को जोड़ा जा रहा है. प्रदेश में बैंकों की सुरक्षा से लेकर ऐतिहासिक इमारतों और एटीएम की सुरक्षा में लगी निजी सुरक्षा एजेंसियों को डायल 112 से जोड़ने के बाद अब यहां होने वाली हर गतिविधि पर पुलिस की नजर होगी. किसी भी तरीके की मदद के लिए तुरंत 112 की सहायता उपलब्ध होगी.

डायल 112 में कार्यरत पुलिस कर्मी.
डायल 112 में कार्यरत पुलिसकर्मी.

बैंकों की सुरक्षा अब होगी मजबूत, मिलेगा 112 का सहारा

बैंक और एटीएम की सुरक्षा को और मजबूत करने की उत्तर प्रदेश के गृह विभाग की कोशिश जारी है. डायल 112 के प्रभारी असीम अरुण ने बताया अब प्रदेश की डायल 112 सेवा को बैंक और एटीएम की सुरक्षा से भी जोड़ा जा रहा है. जिसके जरिए यहां पर किसी भी प्रकार की लूट, आगजनी या डकैती जैसी घटना होने पर तुरंत अलार्म बजते ही डायल 112 की पुलिस मौके पर होगी. इन घटनाओं को रोकने के लिए और बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए डायल 112 के विस्तार की योजना पर काम शुरू हो चुका है.

बुजुर्गों के लिए वरदान बनी सवेरा योजना

डायल 112 की सवेरा योजना बुजुर्गों के जीवन में उजाला भरने का काम कर रही है. इस सेवा के तहत बुजुर्ग महिलाओं, पुरुषों को त्वरित सहायता पहुंचाने और उनको सुरक्षा का एहसास दिलाने के लिए उन्हें पंजीकरण कराना होगा. वहीं अब तक इस सेवा में 7,33,770 बुजुर्ग महिला और पुरुष ने अपना पंजीकरण कराया है. इसके माध्यम से इन लोगों तक डायल 112 की मदद पहुंचाई जा रही है.

डायल 112 में कार्यरत पुलिस कर्मी.
डायल 112 में कार्यरत पुलिसकर्मी.

मिशन शक्ति योजना में डायल 112 की उपलब्धि

महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए सरकार की मिशन शक्ति योजना के तहत 54,618 महिलाओं को डायल 112 ने मदद पहुंचाई. महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए डायल 112 की तरफ से गांव-गांव जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसमें महिलाएं बड़ी संख्या में हिस्सा ले रही हैं.

घरेलू हिंसा की घटनाओं को रोकने में कामयाब हुई सेवा

पूरे प्रदेश में महिलाओं के प्रति होने वाली घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए सरकार की मिशन शक्ति के अतिरिक्त योजना शुरू की गई है. घरेलू हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए प्रबल प्रतिक्रिया नाम की सेवा डायल 112 की तरफ से शुरू की गई है. इसके तहत हिंसा से पीड़ित महिलाओं का पंजीकरण किया जा रहा है. जनवरी से दिसंबर तक हिंसा से पीड़ित 3,13,941 महिलाओं तक मदद पहुंचाने का कार्य किया गया है.

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