लखनऊ: प्रदेश की राजधानी में सीएए और एनआरसी के विरोध में जमकर आगजनी हुई थी. इसके बाद सीएए के विरोध में हिंसा करने वालों के खिलाफ वसूली का आदेश एडीएम विश्वभूषण मिश्र ने दिया था. इस मामले में नया मोड़ तब आ गया, जब कमिश्नर ने 22 फरवरी को एडीएम की पुलिस सुरक्षा हटा ली. वहीं अब इस मामले में लखनऊ जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर, अपर गृह सचिव और लखनऊ कमिश्नर सुजीत पांडे को पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा है, कि कलेक्ट्रेट की सुरक्षा व्यवस्था हटाने से ट्रेजरी और मालखाना में कभी भी कोई बड़ी वारदात हो सकती है.
ये हैं मुख्य बातें:-
दरअसल, सीएए के विरोध में कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ हुई. जिससे करीब साढ़े 4 करोड़ की सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ है. जिस पर सीएम योगी ने कहा था, कि नुकसान की भरपायी दंगाई से की जाएगी. जिस मामले में सुनवाई के बाद, एडीएम विश्वभूषण मिश्र ने ये आदेश जारी किया था.
- आगजनी करने वालों से वसूली का आदेश देने वाले पहले मजिस्ट्रेट हैं विश्वभूषण मिश्र.
- एडीएम ने पुलिस को आगजनी करने वालों के खिलाफ सबूत पेश करने के लिए भेजा था पत्र.
- दो कोर्ट संभाल रहे है विश्वभूषण मिश्र, आगजनी करने वालों से वसूली पर कर रहे हैं सुनवाई.
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