लखनऊः बाहुबली मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की पुलिस को बेसब्री से तलाश है. लगातार पुलिस मुख्तार के बेटे की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. रविवार को एक बार फिर बाहुबली के बेटे की तलाश में पुलिस ने लखनऊ के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की. दारुलशफा स्थित विधायक आवास में ताला लटका मिला तो रिश्तेदारों से पूछताछ की लेकिन रिश्तेदार अब्बास के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दे पाए.
गौरतलब है कि बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से विधायक हैं. एमपी-एमएलए कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने बाद से अब्बास फरार हैं. 25 जुलाई को पुलिस ने उनकी तलाश में गाजियाबाद, मऊ और लखनऊ में कई जगह छापेमारी की थी. लेकिन अब्बास के आसपास तक पुलिस नहीं पहुंच पाई. दरअसल, कुछ दिन पहले न्यायालय ने 27 जुलाई तक अब्बास को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था. इसके बाद से ही पुलिस लगातार प्रयास कर रही है कि अब्बास को कैसे भी गिरफ्तार किया जाए, लेकिन अब्बास पुलिस की पकड़ से दूर हैं.
शस्त्र लाइसेंस की हेराफेरी का आरोप
एक ही लाइसेंस पर कई शस्त्र रखने और बिना एनओसी के लाइसेंस दिल्ली ट्रांसफर कराने का अब्बास के खिलाफ केस चल रहा है. इसी मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने अब्बास को हाजिर होने का आदेश दिया है लेकिन अब्बास ने कोर्ट में उपस्थिति दर्ज नहीं कराई. इसके बाद उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ. पुलिस ने 25 जुलाई को अब्बास को पकड़ने के लिए मुख्तार अंसारी के डालीबाग स्थित आवास और पेपर मिल कॉलोनी स्थित मेट्रो सिटी आवास पर छापा मारा. पुलिस ने नोएडा, गाजियाबाद, गाजीपुर और मऊ में भी रेड डाली.
तीन साल पहले साल 2019 में लखनऊ के महानगर कोतवाली में अब्बास अंसारी के असलहे के लाइसेंस के दुरुपयोग के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था. अब्बास पर आरोप था कि साल 2012 में DBDL गन का लाइसेंस लिया और बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र हासिल किए उसे दिल्ली ट्रांसफर करा लिया. अब्बास के खिलाफ लखनऊ में दो, मऊ में चार और गाजीपुर में एक मामला दर्ज है. मऊ पुलिस ने अब्बास के खिलाफ चुनाव प्रचार के दौरान सरकारी काम में बाधा डालने, धमकी, वर्ग विशेष के खिलाफ बयान के आरोप में मामला दर्ज किया था.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप