लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उच्च सदन में ऐसा पहली बार हुआ है जब कार्यवाही के दौरान किसी मुद्दे का विरोध करना नेता प्रतिपक्ष को ही भारी पड़ गया. सभापति के आदेश के बाद मार्शलों ने नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव को सदन से बाहर कर दिया. इसके साथ ही उन्हें पूरे दिन के लिए सदन की कार्यवाही से अलग कर दिया गया.
सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने बुधवार को सत्र के दूसरे दिन महाकुंभ भगदड़ में मृतकों और घायलों की संख्या को लेकर उठाए गए सपा विधायकों के मुद्दे पर बहस कराई. इस दौरान सरकार पर आंकड़ों को छिपाने का आरोप लगाकर वेल में आकर विपक्षी विरोध प्रदर्शन करने लगे.
नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव सदन में चर्चा का समय बढ़ाने की लगातार मांग कर रहे थे. जब सभापति ने उनकी मांग नहीं मानी और उन्हें वापस अपने स्थान पर बैठने के लिए कहा तो नेता प्रतिपक्ष भी वेल में आकर विधायकों के साथ बैठने लगे.
सभापति ने इसे नियमावली का उल्लंघन माना और तत्काल मार्शलों को आदेश दिया कि उन्हें उठाकर बाहर कर दिया जाए. इसके बाद मार्शलों ने जबरन नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव को विधान परिषद से बाहर कर दिया. इसके बाद वेल में बैठे सभी विधायक भी बाहर आ गए. जानिए नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने "ईटीवी भारत" से एक्सक्लूसिव बातचीत में क्या कहा.
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