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करोड़पति बनने की ललक ने जमीन कारोबारी को बनाया अपराधी, ऐसे हुआ खुलासा

यूपी की राजधानी लखनऊ में जमीन कारोबारी ने ही साजिश कर हाईकोर्ट अधिवक्ता की पत्नी का अपहरण कराया था. छापेमारी के दौरान पुलिस ने प्रीती को बरामद कर लिया है. पुलिस ने एक अपहरणकर्ता को दबोच लिया है.

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Published : Jun 9, 2021, 8:25 PM IST

अपहरणकर्ता गिरफ्तार.
अपहरणकर्ता गिरफ्तार.

लखनऊ: शॉर्टकट से करोड़पति बनने की ललक ने जमीन कारोबारी को अपराधी बना दिया. जमीन कारोबारी ने ही हाईकोर्ट के अधिवक्ता की पत्नी महिला वकील प्रीति शुक्ला के अपहरण का तानाबाना बुना था. उसके इशारे पर ही बदमाश प्रीति को सुशांत गोल्फ सिटी थाने के चंद दूरी से अगवा कर ले गए और पुलिस को भनक नहीं लगी.

अधिवक्ता अनुराग शुक्ला ने बताया कि करीब एक महीने पहले उन्होंने प्लाट खरीदने के लिए कुछ रियल एस्टेट से जुड़े लोगों से संपर्क किया था. उन्होंने कई प्लाट दिखाए जो पसंद नहीं आ रहे थे. अभी प्लॉट की खोजबीन चल ही रही थी कि 6 जून की शाम प्रीति का अपहरण हो गया. उनका कहना है कि लॉकडाउन में प्लॉट खोजने से इन प्रॉपर्टी डीलरों को बहुत पैसे होने का शक हुआ. इसके बाद ही परिवार के किसी सदस्य को अगवा करके फिरौती वसूलने की योजना बनाई गई. एसटीएफ उन सभी प्रॉपर्टी डीलरों से पूछताछ कर रही है, जिनसे अनुराग ने प्लॉट के लिए सम्पर्क किया था. विजन कैमरे से मकान के अंदर की स्थित को देखा.


लखनऊ पुलिस के सर्विलांस सेल के एक सिपाही ने मंगलवार शाम तक प्रीति के फोन की लोकेशन ट्रेस कर ली थी. बदमाश उन्हीं के फोन से बार-बार कॉल करके अनुराग से रुपये मांग रहे थे. लखनऊ पुलिस की टीम रात 8 बजे तक मोहनलालगंज के उस मकान पर पहुंच गई, जहां प्रीति को बंधक बनाकर रखा गया था, लेकिन बदमाशों की तरफ से फायरिंग की डर से पुलिस मकान के इर्द-गिर्द ही मंडराती रही. देर रात एसटीएफ पहुंची, तब नाइट विजन कैमरे से मकान के अंदर की स्थित को देखा गया. इसके बाद ऑपरेशन शुरू हुआ और प्रीति को छुड़ाकर लाया गया.


ऐसे मिली लोकेशन और हुई गिरफ्तारी

जानकारी के मुताबिक पुलिस की थ्योरी से अपहण की यह गुत्थी सुलझी है. प्रीती के अपहरण के बाद ही उनके पति अनुराग के पास एक करोड़ की फिरौती के लिए फोन आने लगे. अनुराग ने जब इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की, तो पुलिस ने प्लानिंग की. फिरौती की रकम कम करने की बात कहकर अपहरणकर्ताओं को उलझाए रखा. इतने रुपयों की व्यवस्था करने में अनुराग असमर्थता जता रहे थे. जिसके बाद बात 25 लाख पर तय हुई. बातचीत के दौरान ही पुलिस ने अपहरणर्ताओं की लोकेशन खोज निकाली. इसके बाद एसटीएफ और कमिश्नर की क्राइम ब्रांच ने ताबड़तोड़ दबिश देकर मंगलवार रात प्रीती को बरामद कर एक अपहर्ता को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस कमिश्नर का कहना है कि अपहरणकर्ता जमीन के कारोबारी हैं और शॉर्टकट से पैसे कमाने की ललक में यह अपहरण किया.

ये है पूरा मामला

अंसल सिटी निवासी अनुराग शुक्ला हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं. उनकी पत्नी प्रीती बीते छह जून को घर के बाहर टहल रही थी. इसी दौरान कार सवार बदमाश असलहे के बल पर उनका अपहरण कर ले गए थे. अधिवक्ता के बहनोई एडीजे हैं. बदमाशों ने प्रीती को सकुशल छोड़ने के लिए एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. आनन-फानन में पुलिस ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद आलाधिकारियों के निर्देश पर एसटीएफ और पुलिस कमिश्नर की क्राइम और सर्विलांस टीम को लगाया गया. मंगलवार देर रात एसटीएफ और पुलिस कमिश्नर की क्राइम टीम ने संयुक्त अभियान में लोकेशन और मुखबिर की सूचना पर मोहनलालगंज के हरवंशगढ़ी में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान पुलिस ने प्रीती को बरामद कर लिया और एक अपहरणकर्ता संतोष चौबे को दबोच लिया.

पढ़ें- युवक ने गोली मारकर की आत्महत्या, होटल के कमरे में मिला शव

लखनऊ: शॉर्टकट से करोड़पति बनने की ललक ने जमीन कारोबारी को अपराधी बना दिया. जमीन कारोबारी ने ही हाईकोर्ट के अधिवक्ता की पत्नी महिला वकील प्रीति शुक्ला के अपहरण का तानाबाना बुना था. उसके इशारे पर ही बदमाश प्रीति को सुशांत गोल्फ सिटी थाने के चंद दूरी से अगवा कर ले गए और पुलिस को भनक नहीं लगी.

अधिवक्ता अनुराग शुक्ला ने बताया कि करीब एक महीने पहले उन्होंने प्लाट खरीदने के लिए कुछ रियल एस्टेट से जुड़े लोगों से संपर्क किया था. उन्होंने कई प्लाट दिखाए जो पसंद नहीं आ रहे थे. अभी प्लॉट की खोजबीन चल ही रही थी कि 6 जून की शाम प्रीति का अपहरण हो गया. उनका कहना है कि लॉकडाउन में प्लॉट खोजने से इन प्रॉपर्टी डीलरों को बहुत पैसे होने का शक हुआ. इसके बाद ही परिवार के किसी सदस्य को अगवा करके फिरौती वसूलने की योजना बनाई गई. एसटीएफ उन सभी प्रॉपर्टी डीलरों से पूछताछ कर रही है, जिनसे अनुराग ने प्लॉट के लिए सम्पर्क किया था. विजन कैमरे से मकान के अंदर की स्थित को देखा.


लखनऊ पुलिस के सर्विलांस सेल के एक सिपाही ने मंगलवार शाम तक प्रीति के फोन की लोकेशन ट्रेस कर ली थी. बदमाश उन्हीं के फोन से बार-बार कॉल करके अनुराग से रुपये मांग रहे थे. लखनऊ पुलिस की टीम रात 8 बजे तक मोहनलालगंज के उस मकान पर पहुंच गई, जहां प्रीति को बंधक बनाकर रखा गया था, लेकिन बदमाशों की तरफ से फायरिंग की डर से पुलिस मकान के इर्द-गिर्द ही मंडराती रही. देर रात एसटीएफ पहुंची, तब नाइट विजन कैमरे से मकान के अंदर की स्थित को देखा गया. इसके बाद ऑपरेशन शुरू हुआ और प्रीति को छुड़ाकर लाया गया.


ऐसे मिली लोकेशन और हुई गिरफ्तारी

जानकारी के मुताबिक पुलिस की थ्योरी से अपहण की यह गुत्थी सुलझी है. प्रीती के अपहरण के बाद ही उनके पति अनुराग के पास एक करोड़ की फिरौती के लिए फोन आने लगे. अनुराग ने जब इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की, तो पुलिस ने प्लानिंग की. फिरौती की रकम कम करने की बात कहकर अपहरणकर्ताओं को उलझाए रखा. इतने रुपयों की व्यवस्था करने में अनुराग असमर्थता जता रहे थे. जिसके बाद बात 25 लाख पर तय हुई. बातचीत के दौरान ही पुलिस ने अपहरणर्ताओं की लोकेशन खोज निकाली. इसके बाद एसटीएफ और कमिश्नर की क्राइम ब्रांच ने ताबड़तोड़ दबिश देकर मंगलवार रात प्रीती को बरामद कर एक अपहर्ता को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस कमिश्नर का कहना है कि अपहरणकर्ता जमीन के कारोबारी हैं और शॉर्टकट से पैसे कमाने की ललक में यह अपहरण किया.

ये है पूरा मामला

अंसल सिटी निवासी अनुराग शुक्ला हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं. उनकी पत्नी प्रीती बीते छह जून को घर के बाहर टहल रही थी. इसी दौरान कार सवार बदमाश असलहे के बल पर उनका अपहरण कर ले गए थे. अधिवक्ता के बहनोई एडीजे हैं. बदमाशों ने प्रीती को सकुशल छोड़ने के लिए एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. आनन-फानन में पुलिस ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद आलाधिकारियों के निर्देश पर एसटीएफ और पुलिस कमिश्नर की क्राइम और सर्विलांस टीम को लगाया गया. मंगलवार देर रात एसटीएफ और पुलिस कमिश्नर की क्राइम टीम ने संयुक्त अभियान में लोकेशन और मुखबिर की सूचना पर मोहनलालगंज के हरवंशगढ़ी में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान पुलिस ने प्रीती को बरामद कर लिया और एक अपहरणकर्ता संतोष चौबे को दबोच लिया.

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