लखनऊ: बांदा जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कसने के बाद अब उसके करीबियों पर शिकंजा कसा जा रहा है. मुख्तार के खास मो. शाहिद की तलाश में बाराबंकी पुलिस ने वजीरगंज स्थित उसके घर के अलावा चार अन्य स्थानों पर दबिश दी. उसके घर पर एक नौकर मिला जिससे पूछताछ की गई. शाहिद से सम्पर्क रखने वाले तीन लोगों से भी पूछताछ की गई. इन लोगों को चेतावनी दी गई कि शाहिद के बारे में कोई जानकारी छिपायी तो सख्त कार्रवाई होगी.
एम्बुलेंस प्रकरण में बाराबंकी पुलिस ने फरार चल रहे इनामी गुर्गे आनन्द यादव को गिरफ्तार किया था. आनन्द ने यह खुलासा कर सबको चौंका दिया था कि पंजाब जेल से कोर्ट में पेशी पर जाते समय एम्बुलेंस में अवैध हथियार भी रखे जाते थे. आनन्द ने फरार चल रहे 25 हजार रुपये के इनामी मुजाहिद और लखनऊ निवासी शाहिद के बारे में भी कई जानकारियां दी थी.
इसी के बाद बाराबंकी पुलिस ने गुरुवार को शाहिद की तलाश में वजीरगंज स्थित उसके घर, हजरतगंज, गोलागंज, महानगर और पुराने लखनऊ में दबिश दी. शाहिद पर आरोप है कि उसने डॉ. अलका राय को बताया कि किसी के पूछने पर एम्बुलेंस मामले में उन्हें क्या जवाब देना है? इसके बाद उसने सब ठीक कर लेने की बात कही थी.
मुख्तार के काफिले में चलने वाली 786 गाड़ियों में जरा सी खरोंच आने पर बीमा कम्पनी से उसका टोटल लॉस कराकर पूरा भुगतान करा लिया जाता था. मुख्तार के लिये यह काम शाहिद करता था. बीमा कम्पनी में शाहिद की दहशत थी. इसके अलावा लखनऊ के कई कार बाजार में उसका सम्पर्क है. यही वजह है कि बाराबंकी पुलिस ने दो कार संचालकों से भी पूछताछ की है.
लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि शाहिद कई साल पहले पुराने लखनऊ में हुए दंगे में मार गये लोगों के परिवारीजनों की तहरीर पर हत्या का आरोपी भी बनाया गया था. इस मामले में उसे जेल भी जाना पड़ा था. इसके अलावा उसने हजरतगंज में विरोधियों को फंसाने के लिये अपने ऊपर फायरिंग कराकर उन्हें आरोपी बनाया था. पर, विवेचना में सच सामने आ गया था.
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