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पीएम ने सीएम योगी से कोविड-19 नियंत्रण पर किया वर्चुअल संवाद

उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सोमवार की शाम प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम योगी से वर्चुअली संवाद किया. इस दौरान उन्होंने सीएम से प्रदेश में कोविड-19 नियंत्रण को लेकर चल रहे प्रयास पर जानकारी ली.

पीएम मोदी और सीएम योगी ( फाइल फोटो ).
पीएम मोदी और सीएम योगी ( फाइल फोटो ).
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Published : Apr 19, 2021, 11:10 PM IST

Updated : Apr 20, 2021, 6:30 AM IST

लखनऊः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता कर प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति और कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. कोविड-19 की रोकथाम के लिए आईसीयू बेड्स की उपलब्धता के साथ ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति, ट्रैक और ट्रेस करते हुए व्यापक टेस्टिंग की रणनीति पर कार्य किया जा रहा है.

RTPCR के बारे में पीएम ने ली जानकारी
प्रधानमंत्री ने प्रदेश में निजी प्रयोगशालाओं द्वारा RTPCR टेस्ट किए जाने के बारे में मुख्यमंत्री से जानकारी प्राप्त की. इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में 104 निजी प्रयोगशालाएं और 125 सार्वजनिक क्षेत्र की प्रयोगशालाएं कोविड टेस्ट कार्य में संलग्न हैं. इस संदर्भ में अब तक कुल 3 करोड़ 84 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो चुके हैं. 18 अप्रैल 2021 को निजी प्रयोगशालाओं द्वारा लगभग 19 हजार से अधिक आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए हैं.

निजी लैब की RTPCR टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का प्रयास
सीएम ने प्रधानमंत्री को यह जानकारी भी दी कि राज्य सरकार द्वारा सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने जनपद में निजी प्रयोगशालाओं की आरटीपीसीआर टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का प्रयास करें और इस क्षमता वृद्धि का पूरा उपयोग भी करें. प्रदेश सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि यदि निजी प्रयोगशालाओं के पास आरटीपीसीआर जांच के लिए पर्याप्त संख्या में सैम्पल उपलब्ध नहीं हैं तो जिला प्रशासन सरकारी संस्थाओं द्वारा संकलित सैम्पल आरटीपीसीआर जांच के लिए निजी प्रयोगशालाओं को भेजे. इसके लिए 500 रुपये प्रति सैम्पल की दर से निजी प्रयोगशालाओं को भुगतान किया जाएगा. इस सम्बन्ध में समस्त सम्बन्धित को निर्देशित किया जा चुका है.

यह भी पढ़ेंः-UP के 5 जिलों में लॉकडाउन लगाने का कोर्ट का आदेश, सरकार ने किया इंकार

अफवाह पर सरकार करेगी कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि कुछ स्वार्थी तत्व यह अफवाह फैलाने का प्रयास कर रहे हैं कि निजी प्रयोगशालाएं कोविड जांच नहीं कर रहीं हैं, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है. प्रदेश में अभी तक लगभग 17 लाख कोविड टेस्ट निजी प्रयोगशालाओं द्वारा किये गए हैं. इनमें 8 लाख 84 हजार 330 आरटीपीसीआर टेस्ट, 3,18,278 ट्रू नेट टेस्ट और 4,98,372 रैपिड एंटीजन टेस्ट निजी लैब में किये जा चुके हैं. राज्य सरकार द्वारा निजी लैब की क्षमता के अनुरूप टेस्टिंग कार्य कराया जा रहा है. इसके बारे में मीडिया के माध्यम से जानकारी भी दी जा रही है. उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ प्रदेश सरकार कार्रवाई करेगी.

लखनऊः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता कर प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति और कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. कोविड-19 की रोकथाम के लिए आईसीयू बेड्स की उपलब्धता के साथ ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति, ट्रैक और ट्रेस करते हुए व्यापक टेस्टिंग की रणनीति पर कार्य किया जा रहा है.

RTPCR के बारे में पीएम ने ली जानकारी
प्रधानमंत्री ने प्रदेश में निजी प्रयोगशालाओं द्वारा RTPCR टेस्ट किए जाने के बारे में मुख्यमंत्री से जानकारी प्राप्त की. इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में 104 निजी प्रयोगशालाएं और 125 सार्वजनिक क्षेत्र की प्रयोगशालाएं कोविड टेस्ट कार्य में संलग्न हैं. इस संदर्भ में अब तक कुल 3 करोड़ 84 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो चुके हैं. 18 अप्रैल 2021 को निजी प्रयोगशालाओं द्वारा लगभग 19 हजार से अधिक आरटीपीसीआर टेस्ट किए गए हैं.

निजी लैब की RTPCR टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का प्रयास
सीएम ने प्रधानमंत्री को यह जानकारी भी दी कि राज्य सरकार द्वारा सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने जनपद में निजी प्रयोगशालाओं की आरटीपीसीआर टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का प्रयास करें और इस क्षमता वृद्धि का पूरा उपयोग भी करें. प्रदेश सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि यदि निजी प्रयोगशालाओं के पास आरटीपीसीआर जांच के लिए पर्याप्त संख्या में सैम्पल उपलब्ध नहीं हैं तो जिला प्रशासन सरकारी संस्थाओं द्वारा संकलित सैम्पल आरटीपीसीआर जांच के लिए निजी प्रयोगशालाओं को भेजे. इसके लिए 500 रुपये प्रति सैम्पल की दर से निजी प्रयोगशालाओं को भुगतान किया जाएगा. इस सम्बन्ध में समस्त सम्बन्धित को निर्देशित किया जा चुका है.

यह भी पढ़ेंः-UP के 5 जिलों में लॉकडाउन लगाने का कोर्ट का आदेश, सरकार ने किया इंकार

अफवाह पर सरकार करेगी कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि कुछ स्वार्थी तत्व यह अफवाह फैलाने का प्रयास कर रहे हैं कि निजी प्रयोगशालाएं कोविड जांच नहीं कर रहीं हैं, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है. प्रदेश में अभी तक लगभग 17 लाख कोविड टेस्ट निजी प्रयोगशालाओं द्वारा किये गए हैं. इनमें 8 लाख 84 हजार 330 आरटीपीसीआर टेस्ट, 3,18,278 ट्रू नेट टेस्ट और 4,98,372 रैपिड एंटीजन टेस्ट निजी लैब में किये जा चुके हैं. राज्य सरकार द्वारा निजी लैब की क्षमता के अनुरूप टेस्टिंग कार्य कराया जा रहा है. इसके बारे में मीडिया के माध्यम से जानकारी भी दी जा रही है. उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ प्रदेश सरकार कार्रवाई करेगी.

Last Updated : Apr 20, 2021, 6:30 AM IST
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