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'भारत जोड़ो यात्रा' में किसान संगठनों को जोड़ने की प्लानिंग, भेजा गया निमंत्रण

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Published : Dec 30, 2022, 11:20 PM IST

राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही 'भारत जोड़ो यात्रा' जनवरी में उत्तर प्रदेश में आ रही है. यात्रा के माध्यम से कांग्रेस किसानों को जोड़ने की पूरी प्लानिंग कर रही है.

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जानकारी देते कांग्रेस के प्रवक्ता संजय सिंह

लखनऊ : राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही 'भारत जोड़ो यात्रा' को अब तक मिले रिस्पॉन्स को देखकर कांग्रेस गदगद है. पार्टी यात्रा के माध्यम से 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर समाज के हर वर्ग तक पहुंच बनाने में जुटी हुई है. उत्तर प्रदेश में पार्टी अपने खोए हुए जनाधार को मजबूत करने के लिए हर संभव जुगत लगा रही है. इसी कड़ी में पार्टी का अगला टारगेट किसान हैं. 'भारत जोड़ो यात्रा' अब उस क्षेत्र में प्रवेश कर रही है, जहां पर पिछले साल केंद्र सरकार के लाए कृषि कानूनों की मांग को लेकर किसानों का उग्र प्रदर्शन देखने को मिला था. जिसका नेतृत्व पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान यूनियन व उसके नेताओं ने प्रमुखता से किया था. भारत जोड़ो यात्रा के इस पड़ाव पर कांग्रेस मुख्य रूप से किसानों को अपने से जोड़ने की पूरी प्लानिंग कर रही है.


3 जनवरी से लोनी बॉर्डर से उत्तर प्रदेश आ रही 'भारत जोड़ो यात्रा' में प्रदेश के सभी विपक्षी दलों के बड़े नेताओं के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने बड़े किसान नेताओं को इस यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया है. पार्टी ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत उनके भाई नरेश टिकैत को भी निमंत्रण भेजा है. इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न किसान संगठनों को भी यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है. ज्ञात हो कि पंजाब से शुरू हुए किसान आंदोलन का हरियाणा, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में इसका व्यापक असर देखने को मिला था. कांग्रेस पार्टी की कोशिश है कि किसानों के मुद्दे को उठाकर आसानी से प्रदेश में अपने संगठन को मजबूत कर सकती है. इसके लिए विशेष तौर पर भारत जोड़ो यात्रा 100 दिनों तक लगातार चलने के बाद दिल्ली में रोक ली गई थी. ऐसे में दोबारा से यात्रा को दिल्ली से शुरू कर हरियाणा ले जाने के बजाए इसे उत्तर प्रदेश की तरफ मोड़ा गया. कांग्रेस ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के उन जिलों को विशेष रूप से चुना है जहां पर भारतीय किसान यूनियन व उसके किसान नेताओं की जबरदस्त पकड़ है. कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से महंगाई, बेरोजगारी व किसानों के मुद्दों को उठा रही है, उसे आसानी से किसानों तक पहुंचाया जा सके.

कांग्रेस के प्रवक्ता संजय सिंह (Congress spokesperson Sanjay Singh) ने बताया कि राहुल गांधी ने न केवल इस सरकार में बल्कि अपनी सरकार के समय में भी किसानों के मुद्दे को हमेशा आगे रखा है. जिस तरह से भट्टा पारसौल में राहुल गांधी ने भूमि अधिग्रहण बिल का मामला उठाकर किसानों के मुद्दे को देश के सामने रखा था. जिसके बाद पार्टी को किसानों के हक में निर्णय लेना पड़ा था. आज भी वह "भारत जोड़ो यात्रा" के माध्यम से किसानों का हर मुद्दा उठा रहे हैं. पार्टी एक बार फिर से प्रदेश में किसानों के सहारे यूपी में अपनी जमीन पाने का प्लान बना रही है. यात्रा में किसान यूनियन के सदस्यों उनके नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया है.

यह भी पढ़ें : प्रो आलोक कुमार राय दोबारा बने लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति, ये रही उपलब्धियां

जानकारी देते कांग्रेस के प्रवक्ता संजय सिंह

लखनऊ : राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही 'भारत जोड़ो यात्रा' को अब तक मिले रिस्पॉन्स को देखकर कांग्रेस गदगद है. पार्टी यात्रा के माध्यम से 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर समाज के हर वर्ग तक पहुंच बनाने में जुटी हुई है. उत्तर प्रदेश में पार्टी अपने खोए हुए जनाधार को मजबूत करने के लिए हर संभव जुगत लगा रही है. इसी कड़ी में पार्टी का अगला टारगेट किसान हैं. 'भारत जोड़ो यात्रा' अब उस क्षेत्र में प्रवेश कर रही है, जहां पर पिछले साल केंद्र सरकार के लाए कृषि कानूनों की मांग को लेकर किसानों का उग्र प्रदर्शन देखने को मिला था. जिसका नेतृत्व पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान यूनियन व उसके नेताओं ने प्रमुखता से किया था. भारत जोड़ो यात्रा के इस पड़ाव पर कांग्रेस मुख्य रूप से किसानों को अपने से जोड़ने की पूरी प्लानिंग कर रही है.


3 जनवरी से लोनी बॉर्डर से उत्तर प्रदेश आ रही 'भारत जोड़ो यात्रा' में प्रदेश के सभी विपक्षी दलों के बड़े नेताओं के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने बड़े किसान नेताओं को इस यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया है. पार्टी ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत उनके भाई नरेश टिकैत को भी निमंत्रण भेजा है. इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न किसान संगठनों को भी यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है. ज्ञात हो कि पंजाब से शुरू हुए किसान आंदोलन का हरियाणा, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में इसका व्यापक असर देखने को मिला था. कांग्रेस पार्टी की कोशिश है कि किसानों के मुद्दे को उठाकर आसानी से प्रदेश में अपने संगठन को मजबूत कर सकती है. इसके लिए विशेष तौर पर भारत जोड़ो यात्रा 100 दिनों तक लगातार चलने के बाद दिल्ली में रोक ली गई थी. ऐसे में दोबारा से यात्रा को दिल्ली से शुरू कर हरियाणा ले जाने के बजाए इसे उत्तर प्रदेश की तरफ मोड़ा गया. कांग्रेस ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के उन जिलों को विशेष रूप से चुना है जहां पर भारतीय किसान यूनियन व उसके किसान नेताओं की जबरदस्त पकड़ है. कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से महंगाई, बेरोजगारी व किसानों के मुद्दों को उठा रही है, उसे आसानी से किसानों तक पहुंचाया जा सके.

कांग्रेस के प्रवक्ता संजय सिंह (Congress spokesperson Sanjay Singh) ने बताया कि राहुल गांधी ने न केवल इस सरकार में बल्कि अपनी सरकार के समय में भी किसानों के मुद्दे को हमेशा आगे रखा है. जिस तरह से भट्टा पारसौल में राहुल गांधी ने भूमि अधिग्रहण बिल का मामला उठाकर किसानों के मुद्दे को देश के सामने रखा था. जिसके बाद पार्टी को किसानों के हक में निर्णय लेना पड़ा था. आज भी वह "भारत जोड़ो यात्रा" के माध्यम से किसानों का हर मुद्दा उठा रहे हैं. पार्टी एक बार फिर से प्रदेश में किसानों के सहारे यूपी में अपनी जमीन पाने का प्लान बना रही है. यात्रा में किसान यूनियन के सदस्यों उनके नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया है.

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