लखनऊ: मां-पिता के लिए बेटी का विवाह एक बड़ी जिम्मेदारी होती है. मेरी 3 बेटियां हैं. मैं हर दिन सोचता था कि इनका विवाह कैसे करूंगा? कोरोना के समय में काफी कर्ज भी हो गया है. लेबर कोर्ट के माध्यम से मुझे इस विवाह के बारे में जानकारी हुई. जिसके बाद मैंने राहत की सांस ली. आज मेरी बड़ी बेटी का विवाह इस योजना के तहत हो रहा है. इसके लिए मैं सीएम योगी को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहूंगा और कहूंगा कि किसी भी पिता को अब घबराने की जरूरत नहीं है. यह कहना था सामूहिक विवाह में अपनी बेटी का विवाह कराने आए बस कंडक्टर रामतेज का.
रामतेज ने बताया कि कर्ज से वे टूट गए थे, लेकिन इस योजना ने उनकी हिम्मत बांध दी. रामतेज की 3 बेटियां हैं. कई वर्षों से रामतेज प्राइवेट स्कूल में कंडक्टर की नौकरी करते हैं. रामतेज के परिवार में अन्य 6 लोग और भी हैं. जिनका खर्च रामतेज अकेले ही उठाते हैं. राम तेज बताते हैं कि उनकी बड़ी और छोटी बेटी ने हाई स्कूल तक पढ़ाई की है.
सामूहिक विवाह में आज उनकी बड़ी बेटी का विवाह हो गया. उन्हें बहुत खुशी है. मंझली बेटी की पढ़ाई कोरोना के बाद से रुक गई है. काफी कर्ज भी हो गया था. रामतेज बेटी की शादी को लेकर काफी परेशान थे. जब उन्हें सामूहिक विवाह योजना के बारे में पता चला तो उनकी हिम्मत बंधी है. उन्होंने बताया कि आज उनकी बेटी की शादी में खुद सीएम योगी ने आर्शिवाद दिया है. उन्होंने बताया कि योजना के तहत 10 हजार रुपये मिले थे. जिसमें परिवार के लिए कपड़े बनवाए और बेटी की विदाई के लिए कार भी बुक कराई थी. दामाद चिंटू मौर्या बताते हैं कि वह लेबर का काम करते हैं. सामूहिक विवाह के बारे में उन्हें उनके मामा ने बताया था. ये सीएम योगी की बहुत अच्छी योजना है.
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