लखनऊः प्रदेश में कोरोना संक्रमण कम होते ही लोग लापरवाह हो गए हैं. अब लोग इस कदर लापरवाह हो गए हैं कि कोरोना से बचाव के सबसे कारगार उपाय को भूलते जा रहे हैं. आलम यह है कि लोग न तो चेहरे पर मास्क लगा रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिग का पालन कर रहे हैं. जबकि विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है. ऐसे में लापरवाही फिर से कहीं भारी न पड़ जाए. ETV BHARAT की टीम ने प्रदेश के पर्यटन स्थलों की पड़ताल की तो यहां आने वाले पर्यटक कोरोना से बेफिक्र दिखे. अधिकतर पर्यटक बिना मास्क लगाए घूम रहे थे.
आगराः भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने 16 जून-2021 को 60 दिन की बंदी के बाद ताजमहल सहित सभी स्मारक पर्यटकों के लिए 'अनलॉक' कर दिया. पर्यटकों की ओर से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइड लाइन बनाई. जिसके तहत सभी स्मारकों पर बिना मास्क के एंट्री नहीं मिलेगी. पर्यटकों को सोशल डिस्टेंस और सैनिटाइजर साथ लेकर जाना होगा. लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है. ईटीवी भारत ने शुक्रवार को आगरा किला का रियलिटी चेक किया. एंट्री गेट पर पर्यटक जरूर मास्क लगा लेते हैं. लेकिन इसके बाद बिना मास्क परिसर में घूमते हैं.
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प्रयागराजः एक तरफ जहां सरकार तीसरी लहर से निपटने की तैयारी कर रही है, वहीं प्रयागराज में गंगा यमुना सरस्वती के पावन त्रिवेणी तट पर पहुंच रही श्रद्धालुओं की भीड़ महामारी के महामारी दावत दी रही है. संगम तट पर पहुंच रही भीड़ महामारी को लेकर लापरवाह दिख रहे हैं. भीड़ में शामिल बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक हर कोई कोविड के नियमों की धज्जियां उड़ाता नजर आया. अधिकतर श्रद्धालु बिना मास्क के ही दिखे. वहीं, संगम नगरी प्रयागराज में सिविल लाइंस बस अड्डे पर मुसाफिर भी मास्क लगाए नहीं दिखे. बसों में कंडक्टर और ड्राइवर भी मास्क से दूरी बना ली है.
कुशीनगर: जिले में स्थित भगवान महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली अब श्रद्धालुओं के लिए खोल दी गई है. जिसके बाद श्रद्धालु आने लगे हैं. भगवान महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के दर्शन करने पहुंच रहे पर्यटकों में कहीं न कहीं लापरवाही देखी जा रही है. यहां पहुंच रहे अधिकतर पर्यटक बिना मास्क के ही घूमते नजर आ रहे हैं.