लखनऊ: राजधानी के केजीएमयू में वृद्धावस्था मानसिक विभाग में बनाए गए होल्डिंग एरिया में कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की. जब डॉक्टर और कर्मचारियों ने इसका विरोध किया तो उनके साथ भी मारपीट हुई. इस दौरान ऑन ड्यूटी डॉक्टर और कुछ कर्मचारी घायल हो गए. इस पूरे हंगामें के बीच करीब तीन घंटे तक ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी सेवा ठप रही.
केजीएमयू के जिरियाट्रिक मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के लिए स्क्रीनिंग एरिया और होल्डिंग एरिया बनाया गया है. इस एरिया में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों की पहले कोरोना वायरस स्क्रीनिंग की जाती है. उसके बाद उनके सैंपल लेने के लिए उन्हें होल्डिंग एरिया में ठहराया जाता है.
रविवार की देर रात यहां पर इलाज में देरी पर आक्रोशित कुछ तीमारदारों ने कोविड-19 के होल्डिंग एरिया में जमकर तोड़फोड़ की. उन्हें रोकने के लिए जब केजीएमयू के कर्मचारी और डॉक्टर आए तो तीमारदारों ने उन्हें भी नहीं बख्शा. तीमारदार उनके साथ भी मारपीट पर उतारू हो गए.
केजीएमयू प्रशासन के अनुसार, इस पूरी घटना के समय होल्डिंग एरिया में लगभग 40 मरीज भर्ती थे, जिनके इलाज में देरी हुई. इसके अलावा 3 घंटे तक ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी सेवाएं भी ठप रहीं. इस पूरे मामले पर वजीरगंज पुलिस को कार्रवाई करने के लिए केजीएमयू के डॉक्टरों और कर्मचारियों ने पत्र दिया है.
केजीएमयू प्रशासन ने पुलिस से शिकायत की है कि रविवार रात तकरीबन 9:15 बजे केजीएमयू में राजा बाजार चौक निवासी एक मरीज के साथ 10-15 लोग इलाज के लिए आए थे. इन लोगों ने ऑन ड्यूटी डॉक्टर शशि बाला और स्टाफ नर्स के साथ अभद्रता की. विरोध करने पर वे मारपीट पर उतारू हो गए. इस दौरान तोड़फोड़ भी की गई. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.