लखनऊः बिजली की दरों में हुई 12 प्रतिशत वृद्धि को लेकर बुद्धवार को सपा कार्यकर्ताओ ने पुतला दहन किया. सपाइयों ने राबर्टसगंज बढ़ौली चौराहे पर ऊर्जा मंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लगातार महंगाई में वृद्धि कर आम जनता पर महंगाई लादने का काम किया जा रहा है. अभी हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा डीजल-पेट्रोल के साथ-साथ बच्चों के फीस में भी वृद्धि की गई थी. अगर सरकार तत्काल बिजली बिल में हुई वृद्धि वापस नहीं लेती तो हम लोग जिले में व्यापक आंदोलन, धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय शासन-प्रशासन की होगी.
पेट्रोल डीजल के बाद अब सूबे में बिजली की दरों में भी जबरदस्त इजाफा किया गया है. महंगाई की मार झेल रहे प्रदेशवासियों को अब बिजली के लिए ज्यादा बिल चुकाना होगा. उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दरों में जहां औसतन 11.69% का इजाफा किया है वहीं शहरी घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली 12% तक महंगी कर दी गई है. ग्रामीण क्षेत्र की बात करें तो ग्रामीण क्षेत्र में बिजली दरों की बढ़ोतरी में 15% तक बढ़ाई गई है. नई बिजली की दरें 12 सितंबर से लागू कर दी जाएंगे.
लखनऊ के रामलीला मैदान के पास व्यापारियों का प्रदर्शन
बिजली दर के विरोध में व्यापारियों ने बुधवार को राजधानी लखनऊ के रामलीला ग्राउंड के पास विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा है कि व्यापारी वर्ग पहले से ही कई तरह की समस्याओं से जूझ रहा है. इसके बावजूद एकाएक बिजली की दरों में बढ़ोतरी उनके लिए काफी नुकसानदायक साबित होगी. प्रदेश सरकार से मांग करते हुए उन्होंने कहा है कि बढ़ी हुई बिजली दरों को वापस लिया जाए. बताया कि आज सांकेतिक रूप में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. यदि आने वाले 7 दिनों के अंदर बढ़ी हुई दरों को वापस नहीं लिया जाता है तो 11 सितंबर को बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.