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पुलवामा में शहीद हुए जवानों को सिर मुंडवाकर जनता ने अर्पित की श्रद्धांजलि

पुलवामा में सीआरपीएफ के शहीद हुए जवानों को राजधानी लखनऊ में जीपीओ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कई लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. रविवार को लोगों ने श्रद्धांजलि स्वरूप अपना मुंडन कराया और सरकार से शहादत का बदला जल्द से जल्द लेने की मांग की.

सर मुंडवाकर जनता ने अर्पित की श्रद्धांजलि
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Published : Feb 24, 2019, 3:27 PM IST

लखनऊ : पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों की शहादत समाज के हर वर्ग को गहरी चोट दे गई है. शहादत से लोगों के मन में गुस्सा भी है और उनके लिए संवेदना का ज्वार भी. ऐसे में रविवार को राजधानी लखनऊ में जीपीओ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कई लोगों ने शहीदों की श्रद्धांजलि स्वरूप अपना मुंडन कराया और सरकार से शहादत का बदला जल्द से जल्द लेने की मांग की.

सर मुंडवाकर जनता ने अर्पित की श्रद्धांजलि

किसान मजदूर संघर्ष पार्टी के बैनर तले शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए इकट्ठा हुए लोगों ने यहां शहीदों के सम्मान में सर मुंडवाया. इसके साथ ही लोगों ने कहा कि चूंकी शहीद हुए जवान किसान और मजदूरों के बेटे हैं, इसलिए उनकी पार्टी ने जवानों की शहादत को सम्मान और श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है.

बता दें कि शहीदों के लिए सभी वर्ग अलग अलग तरीके से श्रद्धांजलि सम्मान कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं. इसके बावजूद अभी तक लोगों की पीड़ा कम नहीं हुई है. शहीदों की शहादत के बदले में लोग सरकार से कठोरतम कार्रवाई की अपेक्षा कर रहे हैं.

अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी के सामने एकजुट होने के बाद भी लोग अहिंसा का पाठ पढ़ने के लिए तैयार नहीं हैं. इससे यह समझा जा सकता है कि जनता में आक्रोश का ज्वार कितना अधिक है.

लखनऊ : पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों की शहादत समाज के हर वर्ग को गहरी चोट दे गई है. शहादत से लोगों के मन में गुस्सा भी है और उनके लिए संवेदना का ज्वार भी. ऐसे में रविवार को राजधानी लखनऊ में जीपीओ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कई लोगों ने शहीदों की श्रद्धांजलि स्वरूप अपना मुंडन कराया और सरकार से शहादत का बदला जल्द से जल्द लेने की मांग की.

सर मुंडवाकर जनता ने अर्पित की श्रद्धांजलि

किसान मजदूर संघर्ष पार्टी के बैनर तले शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए इकट्ठा हुए लोगों ने यहां शहीदों के सम्मान में सर मुंडवाया. इसके साथ ही लोगों ने कहा कि चूंकी शहीद हुए जवान किसान और मजदूरों के बेटे हैं, इसलिए उनकी पार्टी ने जवानों की शहादत को सम्मान और श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है.

बता दें कि शहीदों के लिए सभी वर्ग अलग अलग तरीके से श्रद्धांजलि सम्मान कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं. इसके बावजूद अभी तक लोगों की पीड़ा कम नहीं हुई है. शहीदों की शहादत के बदले में लोग सरकार से कठोरतम कार्रवाई की अपेक्षा कर रहे हैं.

अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी के सामने एकजुट होने के बाद भी लोग अहिंसा का पाठ पढ़ने के लिए तैयार नहीं हैं. इससे यह समझा जा सकता है कि जनता में आक्रोश का ज्वार कितना अधिक है.

Intro:लखनऊ. पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों की शहादत समाज के हर वर्ग को गहरी चोट दे गई है शहादत से लोगों के मन में गुस्सा भी है और उनके लिए संवेदना का ज्वार भी. रविवार को राजधानी लखनऊ में जीपीओ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कई लोगों ने शहीदों की श्रद्धांजलि स्वरूप अपने मुंडन कर आए और सरकार से शहादत का बदला जल्द से जल्द लेने की मांग की.


Body:पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए इकट्ठा हुए लोगों को हालांकि बैनर तो किसान मजदूर संघर्ष पार्टी का मिला लेकिन इस मौके पर शहीदों के सम्मान में अपना सर मुंडवा रहे लोगों ने कहा की चुकी शहीद हुए जवान किसान और मजदूरों के बेटे हैं इसलिए उनकी पार्टी ने जवानों की शहादत को सम्मान और श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है पुलवामा कांड को 10 दिन हो गए हैं और सनातन परंपरा में दसवां श्राद्ध किया जाता है इसलिए वह सब लोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा के समक्ष इकट्ठे हुए हैं अपने सर का मुंडन कराया है और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है.

बाइट सौरभ शुक्ला उपाध्यक्ष किसान मजदूर संघर्ष पार्टी

पुलवामा कांड के शहीदों के लिए सभी वर्ग अलग अलग तरीके से श्रद्धांजलि सम्मान कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं इसके बावजूद अभी तक लोगों की पीड़ा कम नहीं हुई है। शहीदों की शहादत के बदले में लोग सरकार से कठोरतम कार्रवाई की अपेक्षा कर रहे हैं। अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी के सामने एकजुट होने के बाद भी लोग अहिंसा का पाठ पढ़ने के लिए तैयार नहीं है तो समझा जा सकता है कि आक्रोश का ज्वार कितना अधिक है।

पीटीसी अखिलेश तिवारी


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