लखनऊ: राजधानी के फजुल्लागंज में प्रधानमंत्री सड़क योजना से बनी सड़क को टूटे करीब दो साल बीत चुके हैं. जिसके चलते आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बीते दिनों मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने एक बार सड़क का निर्माण कराया था. लेकिन ठेकेदार रोड बनाने के नाम पर खानापूर्ति कर मिट्टी और ईंट के टुकड़े डालकर चलता बना.
राजधानी लखनऊ के सड़कों का आलम यह है कि यहां सड़क बनाने के नाम पर केवल खानापूर्ति किया जाता है. भले ही प्रदेश सरकार ने अधिकारियों और जिम्मेदारों को कई बार चेतावनी दी हो, बावजूद इसके जिम्मेदार लोग अपनी आदत से बाज नहीं आते.
फैजुल्लागंज घैला रोड जो लंबे समय से टूटी पड़ी है. उस पर आए दिन लोग दुर्घटनाओं के शिकार होते रहते हैं. इस सड़क पर पैदल चलने वालों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बरसात के मौसम में कीचड़ और पानी भर जाता है, जिससे इस रोड से निकलना दूभर हो जाता है. बता दें कि इन खबरों के चलने के बाद अधिकारी केवल खानापूर्ति करके निकल जाते हैं.
दुकानदार संजीत गुप्ता ने बताया कि एक बार मामला संज्ञान में आने के बाद जिम्मेदारों ने खानापूर्ति करते हुए ईंट के टुकड़े और मिट्टी डालकर चले गए. इससे और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आए दिन एक्सीडेंट और कीचड़ की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. मोहम्मद इरशाद ने बताया कि यह रोड लंबे समय से टूटा पड़ा हुआ है. ये लोग वर्षों से इसका सामना कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में बहुत ही परेशानी बढ़ जाती है, इससे इस रास्ते से निकलना दूभर हो जाता है.
हरि प्रसाद यादव ऑटो रिक्शा चालक ने बताया कि इस रोड पर सवारियों को गाड़ी में बैठाते हैं, लेकिन आए दिन ऑटो रिक्शा पलट जाते हैं. लोग अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रही.