लखनऊः शहरवासियों ने धनतेरस 2020 पर वाहनों की खरीदारी में शोरूम मालिकों पर खूब धनवर्षा की है. कोरोना के दौर में बेजार पड़े बाजार त्योहार आते ही गुलजार हो गए और त्योहार का इंतजार खत्म होते ही लोग अपनी मनपसंदीदा मोटर बाइक और कार खरीदने शोरूम पर उमड़ पड़े. 1100 से ज्यादा दोपहिया और चार पहिया वाहनों की धनतेरस पर बिक्री हुई. इससे कई सौ करोड़ का कारोबार हुआ. इस बार धनतेरस दो दिन है, ऐसे में शोरूम मालिकों को शुक्रवार को और भी ज्यादा वाहनों के बिकने की पूरी उम्मीद है. आरटीओ रामफेर द्विवेदी बताते हैं कि अभी तक वाहनों के पंजीकरण की जो रफ्तार है. उससे वाहनों का कारोबार 600 करोड़ रुपये के पार तक जा सकता है.
पहले दिन खूब बिकीं गाड़ियां
धनतेरस पर नए वाहनों के खरीदार शहर भर के शोरूम पर उमड़ पड़े. पहले से ही बुक हुई गाड़ियों की सुबह से लेकर शाम तक डिलीवरी की गई. जैसे-जैसे शोरूम से गाड़ियां निकल रही थीं. वैसे-वैसे आरटीओ कार्यालय में नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन का ग्राफ बढ़ता गया. गुरुवार शाम पांच बजे तक डेढ़ हजार से ज्यादा गाड़ियों का पंजीकरण हुआ. धनतेरस पर करीब 3200 दो पहिया और 1000 के करीब चार पहिया वाहनों की बुकिंग हुई थी. इन वाहनों की डिलीवरी गुरुवार से शुरू हुई. पहले दिन 1500 के करीब नए वाहन रजिस्टर्ड हुए.
इतने रुपये तक की हुई बिक्री
धनतेरस पर 60 हजार से दो लाख रुपये तक की बाइक की बिक्री हुई.
धनतेरस 2020 पर पांच लाख से 75 लाख रुपये तक कार की बिक्री रही.
आरटीओ में पंजीकृत हुए नए वाहन
दोपहिया वाहन: 1075
चार पहिया वाहन: 423
73 लाख की कार की हुई बिक्री
राजधानी के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित संभागीय परिवहन कार्यालय में मर्सिडीज मॉडल की तीन कार पंजीकृत हुईं. इनमें 73 लाख, 65 लाख और 58 लाख की कीमत वाली कारें शामिल हैं. जगुआर की 71 लाख की कार और बीएमडब्लू की 61 लाख रुपये की कार भी रजिटर्ड हुई.
कोरोना का नहीं दिखा असर, उम्मीद से ज्यादा बिके वाहन
वाहन कम्पनी के सेल्स मैनेजर अजीम बताते हैं कि भले ही कोरोना का दौर रहा हो, लेकिन इसका अब वाहनों की खरीदारी पर कोई असर नहीं पड़ा है. उन्हें लगता है कि ये और बेहतर ही रहा है. नए दो और चार पहिया वाहनों की बुकिंग के हिसाब से इस बार धनतेरस पर वाहनों का कारोबार कोरोना के बाद और भी ज्यादा बेहतर रहा. उन्होंने बताया कि आज 60% लोगों को वाहनों की डिलीवरी की गई है. कल भी धनतेरस है और 40% लोगों को कल वाहनों की डिलीवरी की जाएगी. पिछले साल की तुलना की बात की जाए तो भले ही थोड़ा बहुत कम हो, लेकिन इस बार भी वाहनों की बिक्री खूब हुई है.