लखनऊ: काकोरी में शनिवार को दिनदहाड़े अधेड़ की पुरानी रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या कर दी गई. उसके शव को सुपुर्द न किए जाने को लेकर परिजनों सहित लोगों लखनऊ हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया. मांगें पूरी होने पर लोगों ने जाम खोला.
पुलिस ने घटना के पांच घंटे बाद ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. मामले अभी उसके तीन साथी फरार हैं. मृतक के परिजनों ने शनिवार की रात चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. वहीं, रविवार को आरोपियों की गिरफ्तारी और मृतक के शव को सुपुर्द न किए जाने को लेकर परिजनों ने लखनऊ हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग (People blocked Lucknow Hardoi National Highway) पर जाम लगा दिया था. बाद में मांगें पूरी होने के बाद परिजनों ने प्रदर्शन खत्म किया.
काकोरी थाना क्षेत्र के कस्बा काकोरी चौधरी मोहल्ले के गुरुदीन खेड़ा निवासी रामजीवन मनरेगा में मजदूरों के काम की देखभाल करता था. शनिवार को वह काम से वापस घर जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने गाड़ी रोककर उस पर कई राउंड फायरिंग कर दी, जिससे रामजीवन को दो गोली लग गई. एक गोली सीने और दूसरी सिर में आर-पार हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को इलाज के लिए ट्राॅमा सेंटर में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. वहीं, रात को परिजनों ने चार लोगों के ऊपर शमशेर यादव उर्फ शिवा यादव, रिंकू यादव, जितेंद्र यादव व कस्बा काकोरी के रहने वाले माइकल पर मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें मुख्य आरोपी शमशेर यादव को पुलिस ने रात को दबिश देकर गिराफ्तार कर लिया था. फरार आरोपियों के लिए टीम गठित कर दी गई थी.
गुस्साए परिजनों ने दूर्गागंज स्थित लखनऊ हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग (Lucknow Hardoi National Highway) को जाम कर प्रदर्शन किया. परिजनों का आरोप था कि 24 घंटे बीतने के बाद भी उनके बेटे रामजीवन के शव को अभी तक उनके सुपुर्द नहीं किया गया है. घटना के बाद केवल एक ही आरोपी को गिराफ्तार किया गया है. अभी तीन आरोपी फरार हैं. एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि परिजनों को समझा उनकी जायज मांगो को लेकर धरना समाप्त कराया गया. पोस्टमार्ट होने के बाद ही शव को तुरंत परिजनों के सुपर्द कर दिया गया था.
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