रायबरेली: चिटफंड कंपनी बनाकर आम लोगों की गाढ़ी कमाई के तीन करोड़ रुपये ठगने वाले आरोपी को रायबरेली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार चिटफंड का मैनेजिंग डायरेक्टर लोगों को बैंक से ज्यादा ब्याज का लालच देकर उनसे पैसा जमा कराता था. जमा की गई रकम जब तीन करोड़ के आसपास हो गई तो ये ठग कम्पनी बंद करके फरार हो गया. पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपी को धर दबोचा.
बता दें कि शहर कोतवाली इलाके के साकेत नगर का दुष्यंत कुमार शुक्ला ने यश भारती एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड नाम से कंपनी बनाकर दफ्तर खोला और बैंक से कई गुना ज्यादा ब्याज देने का लालच देकर एजेंटों के जरिए लोगों से पैसे जमा कराने लगा. जमा रकम जब तीन करोड़ के आसपास हो गई तो दुष्यन्त शुक्ला दफ्तर में ताला जड़कर फरार हो गया. ठगी के शिकार पीड़ितों ने शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया. जिसके बाद कोतवाल राजेश कुमार सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए. और मुखबिर की सूचना पर शनिवार को दुष्यंत कुमार शुक्ला पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने दुष्यंत कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी दुष्यंत शुक्ला ने खुलासा किया कि उसने साल 2016 में यश भारती ग्रामीण एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी और यश भारती निधि लिमिटेड कंपनी खोली थी. जिसमें वह मैनेजिंग डायरेक्टर था. उसने एमसीए कानपुर में अपनी कंपनी रजिस्टर करवाई थी. वह कंपनी के जरिए लोगों से डेली डिपाजिट, आरडी और एफसी के रुपए जमा करता था और लोगों को लोन भी देता था.
दुष्यंत ने बताया उसने जमा किए गए पैसे से खीरों थाना के बुकनिहा गांव में यश भारती दुग्ध उत्पादन डेयरी के नाम से एक अन्य कंपनी खोली. दो बीघा जमीन आरटीओ कार्यालय रायबरेली के पास खरीदी थी. कोरोना काल में लॉकडाउन लगने के कारण दुग्ध डेरी में घाटा हो गया. उसने दिल्ली की कंपनी से सॉफ्टवेयर लिया था. सभी कार्य वह ऑनलाइन लैपटॉप से करता था. जब उसे मालूम चला कि उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया तब वह इन मामलों को लेकर अपने वकील से मिलने आया था. जहां से शनिवार को उसे पुलिस ने पकड़ लिया.
धोखाधड़ी और घोटाले के इस मामले में सीओ सिटी अमित सिंह का कहना है कि, थाना कोतवाली में यश भारती एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी के संचालक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हुआ था. जिसमें 3 करोड रुपए की ठगी का आरोप लगा था. आरोपी दुष्यंत शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है.
यह भी पढ़ें: संभल हिंसा के पीछे शारिक साठा गैंग का हाथ; नईम-कैफ को मारी थी गोली, देश में दंगा भड़काना चाहता था, एक सदस्य गिरफ्तार