लखनऊ: नगर निगम भले ही राजधानी लखनऊ के सभी वार्डों, मोहल्लों, गलियों, अस्पतालों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों आदि तमाम जगहों पर लगातार सैनिटाइजेशन करने का दावा कर रहा हो, लेकिन स्थानीय लोग इससे इत्तेफाक नहीं रखते. स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम कुछ चुनिंदा गलियों और कॉलोनियों में ही सैनिटाइजेशन का काम कर रहा है, जोकि सही नहीं है.
ऐसी परिस्थिति में लखनऊ नगर निगम को सभी गली-मोहल्लों में सैनिटाइजेशन का काम करना चाहिए, जिससे कि राजधानी में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को कुछ हद तक कम किया जा सके.
नगर विकास मंत्री के आदेश पर शुरू किया गया अभियान
प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन के निर्देश पर लखनऊ नगर निगम ने सैनिटाइजेशन का अभियान चलाया हुआ है. इस अभियान के अंतर्गत जिले के सभी गली, मोहल्लों में सैनिटाइजेशन किया जाना था. यह अभियान लखनऊ नगर आयुक्त अजय द्विवेदी के नेतृत्व में चलाया जा रहा है, जिसमें 3500 से अधिक नगर निगम के कर्मचारी काम कर रहे हैं.
स्थानीय लोगों का नगर निगम पर गंभीर आरोप
राजधानी के गोमतीनगर मोहल्ले में रहने वाले स्थानीय हरिराम का कहना है कि नगर निगम गोमती नगर के कुछ कॉलोनी और मोहल्लों में ही छिड़काव किया गया है. ऐसे में हमारा निवेदन है कि सभी वार्डों में यह अभियान चलाया जाए.
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उन्होंने लखनऊ में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बारे में कहा कि बैकुंठ धाम पर डेड बॉडी की कतार यह बताने के लिए काफी है कि राजधानी में संक्रमण कितना भयावह हो चुका है. स्थानीय लोग नगर निगम द्वारा दोहरे मापदंड अपनाए जाने की जो बात कर रहे हैं, निश्चित रूप से दुखद है. इस पर नगर निगम को संज्ञान लेना चाहिए.