लखनऊः पारा थाना अन्तर्गत ऑक्सीजन ट्रामा सेंटर का एक मामला सामने आया है. जहां पैर में ऑपरेशन करने के लिए ऑपरेशन थिएटर में लेकर गए मरीज की मौत हो गई. मरीज की मौत पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. परिजनों ने ऑपरेशन के लिए बेहोश करने के दौरान दवा के अधिक डोज लगाने से मौत का होने का आरोप लगाया है.
एक्सीडेंट के दौरान पैर फैक्चर हुए मरीज के ऑपरेशन थिएटर में ले जाने के चंद मिनट के बाद मौत हो गई. मौत की खबर सुनकर कोहराम मच गया. मृतक की पत्नी मुन्नी देवी ने बताया डॉक्टरों ने इलाज के लिए जितना पैसा बताया, उतने पैसे की व्यवस्था कर दिया गया था. इलाज के लिए घर के जेवर तक बेच दिए और खाने को राशन भी नहीं बचा, लेकिन फिर भी पति को खोने का गम और तीन बेटियों की परवरिश की चिंता ने बेसुध कर दिया है.
मुन्नी देवी ने बताया पति सिद्धन का 16 जुलाई को अजगैन से शाम 5 बजे बाइक से सरोजनी नगर अमौसी स्थित अपने घर आ रहे थे. उसी दौरान तेज रफ्तार कंटेनर ने ठोकर मार दी थी, जिससे सिद्धन के पैर में फ्रैक्चर हो गया था. कृष्णा नगर स्थित लखनऊ हॉस्पिटल में ऑपरेशन कर सिद्धन को एडमिट कर लिया गया. वहीं पर एडमिट होकर इलाज चल रहा था. ऑपरेशन के दौरान सिद्धन के पैर में 30 लाख का खर्चा आया.
इसे भी पढ़ें- यज्ञ से पूरे हो सकते हैं मनोरथ, जानिए कैसे...
सिद्धन के पैर में फायदा न देख परिजनों ने काकोरी स्थित एक प्राइवेट साधना हॉस्पिटल में एडमिट कराया. जहां डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए 13,0000 रुपये की डिमांड की और 11,0000 रुपये जमा भी कराए. ऑपरेशन के लिए काकोरी मोड़ स्थित ऑक्सीजन ट्रामा सेंटर ऑपरेशन के लिए सिद्धन को ऑपरेशन थिएटर ले गए, जहां हंसते बोलते सिद्धन को 10 मिनट में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. 40 वर्षीय सिद्धन के परिवार में पत्नी 35 वर्षीय मुन्नी देवी बड़ी बेटी सोनिका 18 दूसरी बेटी मोनिका उम्र 14 वर्ष तीसरी बेटी नव्या उम्र 10 वर्ष की है.